इंग्लैंड में हुए बाड़ाबंदी आंदोलन के कारणों की संक्षेप में व्याख्या करें।
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उत्तर :
इंग्लैंड में हुए बाड़ाबंदी आंदोलन के निम्नलिखित कारण उत्तरदाई थे :
(क) ऊन के मूल्य में वृद्धि :
विश्व बाजार में ऊन के मूल्य में तेजी से बढ़ोतरी होने लगी। धनी किसान इससे अधिक से अधिक मुनाफ़ा कमाने के लिए ऊन के उत्पादन को बढ़ाने का प्रयास करने लगे । इसके लिए आवश्यक था कि भेड़ों की नस्लों में को सुधारा जाए और उन्हें पौष्टिक चारा दिया जाए। यह काम खुले खेतों पर नहीं हो सकता था , क्योंकि वहां अन्य पशु भी घुस सकते थे। अतः धनी किसान अपने खेतों की बाड़ाबंदी करने लगे।
(ख) नए कानून :
आरंभ में बाड़ाबंदी को राज्य अथवा चर्च का समर्थन प्राप्त नहीं था। वही 1750 से 1850 ईस्वी तक 60 लाख हेक्टेयर भूमि की बाड़ाबंदी हो चुकी थी। तब ब्रिटिश संसद ने 4000 ऐसे कानून पास किए जिनके अनुसार बाड़ाबंदी को वैध करार दिया गया । इससे बाड़ाबंदी आंदोलन को बढ़ावा मिला।
(ग) अनाज की मांग में वृद्धि :
आरंभ में बाड़ाबंदी केवल भेड़ पालन के लिए की गई थी। परंतु 18वीं शताब्दी में जनसंख्या में वृद्धि के कारण अनाज की मांग बढ़ गई। अब बढ़ती हुई जनसंख्या को भोजन जुटाने के उद्देश्य से बाड़ाबंदी की जाने लगी ताकि अधिक से अधिक अनाज उगाया जा सके।
(घ) अनाज के मूल्य में वृद्धि :
उद्योगों की स्थापना के कारण गांव से बड़ी संख्या में लोग काम की तलाश में नगरों में आकर बसने लगे। उन्हें नगरों से ही अनाज खरीदना पड़ता था। फलस्वरूप अनाज के दामों में काफी वृद्धि हुई।
(ड़) फ्रांस के साथ युद्ध :
फ्रांस के युद्धों के दौर में यूरोप से गेहूं का आयात भी बंद हो गया जिससे इंग्लैंड में अनाज की कमी होने लगी और अनाज के दाम आकाश को छूने लगे। धनी किसानों के लिए खाद्यान्नों का उत्पादन बढ़ाकर भारी मुनाफ़ा कमाने का अच्छा अवसर था । इसके लिए भी कृषि फार्मों की बाड़ाबंदी करना आवश्यक हो गया।
आशा है कि उत्तर आपकी मदद करेगा।।।
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Answer:
उद्योगों की स्थापना के कारण गांव से बड़ी संख्या में लोग काम की तलाश में नगरों में आकर बसने लगे। उन्हें नगरों से ही अनाज खरीदना पड़ता था। फलस्वरूप अनाज के दामों में काफी वृद्धि हुई।