Hindi, asked by Shreyansh9536, 1 year ago

I need an essay on PASHU PAKSHIYON KA SAMRAKSHAN.

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Answers

Answered by mitesh6
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पशु-पक्षी हमारे पर्यावरण का अभिन्न अंग है। इनका भी पृथ्वी पर उतना ही अधिकार है जितना की हमारा। पक्षी-पशुओं की उपस्थिति पृथ्वी को सुंदर बनाए हुए है। ये किसी न किसी रूप में हमारी सहायता करते हैं। इनसे हमें भोजन, वस्त्र तथा मनोरंजन प्राप्त होता है। ये हमारे काम ही आए हैं। परन्तु हम मानवता भूलकर अपने स्वार्थों के लिए इन्हें लगातार मारते आए हैं, जोकि गलत है। हमें इन्हें उचित संरक्षण प्रदान करना चाहिए। इनकी सुरक्षा के लिए सरकार तथा प्रशासन ने  कई कानून बनाए हैं। परंतु फिर भी इन कानून का पालन नहीं किया जाता है। परिणाम यह है कि इनकी संख्या कम होती जा रही है। कई पशु-पक्षियों के प्रजाति विलुप्ति की कगार में है।
Answered by Roselynkaur1112
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Answer:

पशु पक्षियों का संरक्षण

मनुष्य की तरह ही पशु पक्षी भी प्रकृति का अनमोल हिस्सा है. इस धरती पर जितना अधिकार मनुष्य का है उतना ही अन्य जीव जंतुओं का है परन्तु मनुष्य ने अपने बुद्धिबल का उपयोग करते हुए अपना विकास किया . मानव के उत्तरोत्तर विकास के साथ ही मानव जीवन का स्टार बढ़ता गया और नयी नयी वैज्ञानिक खोजों की वजह से मनुष्य की औसत आयु भी बढती गयी. विज्ञानं की खोजों का सहारा लेकर मनुष्य ने प्राकृतिक संसाधनों का अपने लिए भरपूर दोहन किया . इस कारण धीरे -धीरे मानव जाति की जनसँख्या बढती गयी . नए पैदा हुए लोगों के लिए नयी भूमि की आवश्यकता थी इस कारन जंगलों को काट कर रहने लायक बनाया जाने लगा . धीरे धीरे जनसँख्या इतनी बढ़ गयी है कि अपनी आवश्यकताओं की पूर्ती के लिए मनुष्य पशु पक्षियों के प्राकृतिक आवास यानि की जंगल पर कब्ज़ा करता चला गया. इस कारन मनुष्य एवं पशु पक्षियों के बीच संघर्ष की स्थिति बन गयी है. इस कारन पशु पक्षियों की कई प्रजातियाँ विलुप्ति के कगार पर पहुँच गयी है . इसी वजह से आज पशु पक्षियों के संरक्षण की आवश्यकता ह

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