इ) पाठ के आधार पर आशय स्पष्ट कीजिए|
1. स्वराज्य प्राप्ति से बढकर है स्वराज्य की स्थापना के लिए भूमि तैयार करना, स्वराज्य की नींव का पत्थर बनना|
2. शंकाऍ अविश्वास पैदा करेंगी और अविश्वास से उत्पन्न निराशा को दूर करने के लिए पायल की झंकार और भी झलक उठेगी|
Hindi Class X SCERT Telangana Ch 8
Answers
यह वाख्य जूही लक्ष्मीबाई से कहती है|जो कभी बाबा गंगा दस ने उन्हें कहा था|स्वराज्य प्राप्त करने में पूरी तरह समर्थ न रहकर भी स्वराज्य लड़ाई में भाग लेकर मर मिट कर अन्य देश भक्तों को स्पूर्ति देने केलिए नीव का पत्थर तो बनी सकते है|जिससे देशभक्तों में देशभक्ति की भावना प्रबल होगी |यही इसकी आशा है|
२ यह वख्य मुन्दर लक्श्मिबैऔर जूही से कहती है|लक्ष्मीबाई अगर नवाब,सेनापति,सरदार इन्हें शक से देखेगी तो उनमे अविश्वास बढेगा|इससे वे निराश में डूबेंगे|निराश को दूर करने केलिए नृत्य ,विलासिताका सहारा लेंगे|
प्रस्तुत
प्रश्न स्वराज्य की नीव नामक एकांकी से लिया गया है|यह एकांकी विष्णु प्रभाकर जी से लिखा गया है|इनका जन्म सन १९१२ में हुआ|वे आदर्श प्रिय व्यक्ति थे|इन्हें प्रेम चाँद परंपरा का आदर्शोन्मुखी
यथार्थवादी लेखक कहा जाता है|आवारा मसीहा नामक रचना पर इन्हें सोवियत लैंड नेहरु
पुरस्कार से सम्मानित किया गया था|भारत सरकार ने इन्हें
पदमा भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया| एकांकी साहित्य की वह विधा है जो नाटक के सम्मान
अभिनय से संबंधित है|एकांकी का अर्थ है एक अंक|इसमें एक ही समस्या को बताया जा सकता है|यह एक एतिहासिक घटना प्रधान एकांकी है|
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