आ) पाठ पढिए| प्रश्नों के उत्तर दीजिए|
1. तात्या कौन थे?
2. बाबा गंगादास ने रानी लक्ष्मीबाई से क्या कहा था?
0.03. रानी लक्ष्मीबाई ने क्या प्रतिज्ञा की थी?
4. जूही तात्या का पक्ष क्यों लेती है?
Hindi Class X SCERT Telangana Ch 8
Answers
प्रस्तुत प्रश्न स्वराज्य की नीव नामक एकांकी से लिया गया है|यह एकांकी विष्णु प्रभाकर जी से लिखा गया है|इनका जन्म सन १९१२ में हुआ|वे आदर्श प्रिय व्यक्ति थे|इन्हें प्रेम चाँद परंपरा का आदर्शोन्मुखी यथार्थवादी लेखक कहा जाता है|आवारा मसीहा नामक रचना पर इन्हें सोवियत लैंड नेहरु पुरस्कार से सम्मानित किया गया था|भारत सरकार ने इन्हें पदमा भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया| एकांकी साहित्य की वह विधा है जो नाटक के सम्मान अभिनय से संबंधित है|एकांकी का अर्थ है एक अंक|इसमें एक ही समस्या को बताया जा सकता है|यह एक एतिहासिक घटना प्रधान एकांकी है|
1 तात्या सरदार थे|वे राव साहब को उपने तन मन के स्वामी मानते थे|सेनापति होने के नाते उन पर बहोत सारे जिम्मेदारियां थे|
२ बाबा गंगा दास ने लक्ष्मीबाई से कहाँ था कि जब तक हमारे समाज में छुआछुत,ऊँच-नीच भेद भाव हमारे समाज से नहीं मिट जाता तब तक हम विलास प्रियता को छोड़कर जनसेवक नहीं बन जाते|
तब तक स्वराज्य भी नहीं मिल सकता |अगर मिलना है तो केवल तपस्या,सेवा और बलिदान से ही मिलेगा
3 रानी रानी लक्ष्मीबाई ने प्रतिज्ञा की थी कि मैं उपनी झाँसी नहीं दूँगी|
4 जूही तात्या को उपना स्वामी मानते है|इसलिए जूही तात्या का पक्ष लेती है|
2.Ans बाबा गंगादास ने लक्ष्मीबाई से कहा था कि जब तक हमारे समाज से छुआ छात ऊंच-नीच भेदभाव हमारे समाज से नहीं मिल जाता तब तक हमारा हम बिलासपुर इयत्ता को छोड़कर जनसेवक नहीं बन जाते तब तक हम स्वराज नहीं मिल सकती अगर मिलना ही है तो केवल तपस्या सेवा और बलिदान से ही मिलेगा
३. उत्तर, अनिल लक्ष्मी रानी लक्ष्मी बाई ने प्रतीक्षा की थी कि मैं अपनी राज्य किसी और के हाथ नहीं दूंगी
४. उत्तर । जूही से जूही सेनापति तात्या का पक्ष ले लेती है क्योंकि जूही तथ्य को अपना स्वामी मानती है