Hindi, asked by StarTbia, 1 year ago

इ) 'स्वराज्य की नींव' एकांकी को अपने शब्दों में कहानी के रूप में लिखिए|
Hindi Class X SCERT Telangana Ch 8

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Answered by KomalaLakshmi
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 भारत के इतिहास में झाँसी की रानी का नाम और उसका बलिदान अजर-अमर रहेगा|झाँसी राज्य का पालन रानी लक्ष्मीबाई कर रही थी|उस समय हालत ऐसी थी कि भारत में अलग अलग राज्यों में अलग अलग राजा राज कर रहे थे|दुःख की बात यह हैं कि उनमे आपस में एकता नहीं थी|अंगराज भारत में आकर राजाओं को आपस में लड़ाकर राज्यों पर आक्रमण कर उनको उपने अधिकार में ले रहे थे|

   रानी लक्ष्मीबाई इन सबको भली बनती जानती थी|वह चाहती थी कि सब लोग जागृत रहे|रानी ने हर कोशिश की|यहाँ तक की औरतों की फौज भी तैयार की|तात्या,रोजी लोग सावधान नहीं थे|रानी उनलोगों के बेखबरी से और लापरवाह,एशोआराम,विलासिता से नाराज थी|वह चाहती थी की नूपुरों की जगह तोपों की आवाज सुनाई दे|

  रानी ने प्रतिगज्ञा की थी कि मैं उपनी झाँसी नहीं दूँगी|अकेली ही सही अंत तक लडती रही|लक्ष्मीबाई को लगता था की अब समय स्वमिभाक्तिका नहीं देशभक्ति का है|स्वराज केलिय रन भूमि में मौत से जूझना है|जब रानी को पता चलता है कि अंग्रेजी जनरल युद्ध केलिए तैयार हुआ तो वो भी जाने तैयार हो गयी|वह कहती है कि हम सब मिलकर या तो हम सब स्वराज्य प्राप्त कर रहेंगे या स्वराज के नीव पर पत्तर बनेंगे|
Answered by vinuthna1118
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