Physics, asked by shafeeq940, 1 year ago

If the melting point of solid a is 200 and the melting point of solid is 250.which has more particle force

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Answered by DRAGONFLY
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The Theory

Can you define the melting point of a solid?

Melting point of a solid is defined as the temperature at which a solid changes into a liquid. Melting point of a solid indicates the strength of the force of attraction between the particles of the solid. On heating a solid, its molecules absorb energy in the form of heat and their kinetic energy increases.

As the kinetic energy increases, the temperature of the solid increases. As a result, the force of attraction between the molecules decreases and the molecules become more and more separated.  This increases the potential energy of the molecule and the particles leave their fixed positions and start moving more freely.

At a particular temperature, the separation of the molecules increases by a large amount and the solid melts and converts into liquid. This particular temperature is the melting point of that solid. The melting point of a pure substance is always higher than the melting point of that substance when a small amount of an impurity is present. Pressure also affects the melting point of a substance. As the pressure on the substance increases, the melting point decreases.

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Answered by poiser
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Answer:

Explanation:

भौम जल प्रदूषण समस्या वर्तमान युग में महत्वपूर्ण समस्याओं में एक मानी जाती है । भौम जल प्रदूषण के प्रमुख कारक क्या हैं इनकी जानकारी प्राप्त करना कोई सरल कार्य नहीं है । कारण स्पष्ट नहीं होने की वजह से उस पर स्वत: नियंत्रण करना संभव नहीं है ।उद्योगों के अपशिष्टों के जल में बहने से भी प्रदूषण संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं । जिसमें मनुष्य ही अहम् भूमिका निभाता है । अब कुएँ का पानी पीना उतना ही हानिकारक हो सकता है जितना सतही प्रदूषित जल का पीना । भौम जल का संदूषण मुख्यतया विषैली कार्बनिक तथा अकार्बनिक रसायनों का भौम जल के स्रोतों में निस्पंदन है ।प्राकृतिक भौम जल की गुणवत्ता में कृत्रिम ढंग से लाया गया ह्रास भौम जल प्रदूषण कहलाता है । प्रदूषण से जल उपयोग में बाधा पड़ सकती है और विषाक्तता अथवा रोग फैलने से जन-स्वास्थ्य के लिए गंभीर संकट उत्पन्न हो सकता है ।सामान्यतया यह देखा जाता है कि अपशिष्ट जल के गलत निपटान प्रक्रिया के कारण यह प्रदूषण बढ़ता है । ऐसा प्रदूषण वर्षों बना रह सकता है । अत: जो लवण भौम जल में मिले होते हैं वे स्थानिक हो सकते हैं और जल के गतिशील होने के कारण भी प्राप्त हो सकते हैं । मीठे जल तथा लवणीय या खारी जल में विलयित ठोसों की मात्रा के कारण ही अंतर आता है ।

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