ii) कवि की नज़र में क्या तिर रहा था ?
(क) घर
ग) ईश्वर
ख) मित्र
(घ) सूर्य
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सही विकल्प है...
➲ (क) घर
✎... कवि की नजरों में घर तिर रहा है। यानि कवि की आँखों के सामने घर का दृश्य तैर रहा है।
तिर का अर्थ है, तैरना। ‘घर की याद’ कविता में कवि कहता है कि आज बहुत तेज बारिश हो रही है। ऐसे में उसके मन और प्राण घर की याद से तिर गए हैं और उसकी नजरों में घर तिर रहा है, यानी उसकी आँखों के सामने बार-बार अपने घर का दृश्य तैर रहा है। कवि का घर इस समय बहुत दूर है और वह अपने घर में नहीं है, जहाँ पर उसके चार भाई हैं, ससुराल से आई बहन है, माता-पिता हैं। उसे अपने घर के सभी सदस्यों की याद आ रही है।
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