Hindi, asked by amritdriver03, 1 month ago

(ii) 'दो कलाकार' की कथावस्तु का मूल संदेश है (क) कला का महत्त्व बताना। (ख) समाजसेवा को भी कला सिद्ध करना। (ग) कला-साधना की अपेक्षा समाज-सेवा को महत्त्व देना। (घ) कला और समाज-सेवा में प्रतिस्पर्धा दिखाना।

Answers

Answered by RvChaudharY50
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प्रश्न :- 'दो कलाकार' की कथावस्तु का मूल संदेश है ?

(क) कला का महत्त्व बताना ।

(ख) समाजसेवा को भी कला सिद्ध करना ।

(ग) कला-साधना की अपेक्षा समाज-सेवा को महत्त्व देना ।

(घ) कला और समाज-सेवा में प्रतिस्पर्धा दिखाना ।

उतर :- (ग) कला - साधना की अपेक्षा समाज - सेवा को महत्त्व देना ।

व्याख्या :-

मन्नू भंडारी द्वारा लिखित दो कलाकार कहानी के माध्यम से कवि यह संदेश देना चाहती है कि, जीवन में सच्चा कलाकार वही है जो परोपकार का जीवन जीता है और दूसरों की बिना किसी भेद भाव से सहायता करता है l

इस कहानी में उन्होंने दो सहेलियों का उदहारण दिया है l चित्रा एक कलाकार है जो चित्र बनाकर बहुत धन और शोहरत हासिल करती है l एक बार सड़क के किनारे एक भिखारिन को मरा हुआ पाती है जिसके 2 बच्चे अपनी माता के पास बैठ कर रो रहे थे l वह उनकी सहायता करने की बजाय उनका चित्र बना कर वापिस आ जाती है l उसी चित्र से वह खूब प्रसिद्धि प्राप्त करती है l

कहानी में दूसरी कलाकार है अरुणा l जो एक समाज सेविका है l वह गरीबों और असहाय लोगों की हमेशा मदद करती है l जब अरुणा को उस भिखारिन की मौत का पता चलता है तो वह उसके दोनों बच्चों को गोद ले लेती है और उनका पालन पोषण करती है l अरुणा सार्थक कलाकार के रूप में सामने आती है l

अत, इस कहानी से हमें शिक्षा मिलती है कि हमें निर्धन और असहाय लोगों की सहायता करनी चाहिए । सच्चा कलाकार वह होता है जो समाज के साथ सहानुभूति और सरोकार रखता हो ।

इसलिए हम कह सकते है कि, 'दो कलाकार' की कथावस्तु का मूल संदेश है :- (ग) कला - साधना की अपेक्षा समाज - सेवा को महत्त्व देना ।

यह भी देखें :-

देर रात आने पर अरुणा ने भोजन क्यों नहीं किया?

brainly.in/question/42226707

Answered by shishir303
1

सही विकल्प है...

➲ कला-साधना की अपेक्षा समाज-सेवा को महत्त्व देना।  

✎... ‘दो कलाकार’ कहानी का मूल संदेश है कि किसी भी मानवता और समाज सेवा किसी भी कला-साधना से ऊपर है।

दो कलाकार कहानी दो ऐसी सहेलियों की कहानी है, जो जीवन मे अलग-अलग रास्ता चुनती है, एक सहेली चित्रा एक प्रसिद्ध चित्रकार बनती है, जबकि दूसरी सहेली अरूणा समाज-सेवा का रास्ता चुनती है।

दोनों सहेलियों के जीवन चरित्र के माध्यम से कहानी में यह यह संदेश देने का प्रयत्न किया गया है कि कला साधना से अधिक समाज सेवा करने का अधिक महत्व है> कला की साधना करना अच्छी बात है, लेकिन वह मानवता से बढ़कर नहीं। मानवता की सेवा करना और असहायों के प्रति दया-करुणा का भाव रखना, किसी भी कला साधना से ऊपर है। कलाकार का मन कोमल होता है और किसी को कष्ट में पड़ा देखकर वह खुश नहीं रह सकता, कहानी की दो पात्रों में एक पात्र अरुणा ने यही किया और वो ही सच्ची कलाकार थी।

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संबंधित कुछ और प्रश्न—▼

'दो कलाकार' कहानी में आपको कौन-सी कलाकार अधिक प्रभावित करती है। कारण सहित बयान करें।

https://brainly.in/question/14604746

अरुणा और चित्र में से कौन यथार्थवादी है और कौन आशीर्वादी हैउदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए।

https://brainly.in/question/21660009  

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