Hindi, asked by SHIVANSHUSAKET, 16 days ago

ii. विषम जीवाणुकता का अर्थ स्पष्ट कीजिए।

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Answered by sahilkumar6299304465
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Answer:

विषम बीजाणुता का अर्थ है पौधे में दो प्रकार के बीजाणु मिलना जो आकारिकी व् कार्यिकी में भिन्न होते हैं। इन्हें लघु बीजाणु (microspore ) तथा गुरुबीजाणु (megaspore ) कहते हैं। यह स्थिति सिलेजिनेला तथा साल्वीनिया में मिलती है। विषम बीजाणुता में गुरुबीजाणु पौधे में ही रहता है तथा वहीं निषेचन होता है । इस स्थिति से बीच निर्माण का विकास होता है।

Answered by ZareenaTabassum
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विषम बीजाणुता का अर्थ है पौधे में दो प्रकार के बीजाणु मिलना जो आकारिकी व् कार्यिकी में भिन्न होते हैं। इन्हें लघु बीजाणु (microspore ) तथा गुरुबीजाणु (megaspore ) कहते हैं। यह स्थिति सिलेजिनेला तथा साल्वीनिया में मिलती है। विषम बीजाणुता में गुरुबीजाणु पौधे में ही रहता है तथा वहीं निषेचन होता है ।

  • बीजाणुकता बीज जनमाणण प्रजक्रया की शुरूआत मानी जाती हैजजसके फलस्वरूप बीज का जवकास रॅआ। जवषम बीजाणुकता नेनर
  • एवोंमादा युग्मक जभद् (male and female gametophyte) के जव भेदने में सहायता की I
  • विषम बीजाणुकता को सर्वप्रथम टेरिडोफाइट्स सिलैजिनेला (Selaginella) में देखा गया। साल्विनिया में भी विषम बीजाणुकता पायी जाती है।

  • विषम बीजाणुता में गुरुबीजाणु पौधे में ही रहता है तथा वहीं निषेचन होता है । इस स्थिति से बीच निर्माण का विकास होता है।

  • बड़े दीर्घबीजाणु (मादा) तथा छोटे लघु बीजाणु (नर) से क्रमशः मादा और नर युग्मकोद्भिद बन जाते हैं। ऐसे पौधों में मादा युग्मकोद्भिद अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति करने के लिए पैतृक स्पोरोफाइट से जुड़ा रहता है।.

#SPJ3

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