Political Science, asked by Aakash4611, 1 year ago

इन बयानों के आगे सही या गलत का निशान लगाएं :
(क) गुटनिरपेक्षता की नीति अपनाने के कारण भारत, सोवियत संघ और संयुक्त राज्य अमेरिका, दोनों की सहायता हासिल कर सका I
(ख) अपने पड़ोसी देशों के साथ भारत के संबंध शुरुआत से ही तनावपूर्ण रहे I
(ग) शीतयुद्ध का असर भारत-पका संबंधों पर भी पड़ा I
(घ) 1971 की शांति और मैत्री की संधि संयुक्त राज्य अमेरिका से भारत निकटता का परिणाम थी I

Answers

Answered by smartyjay9
0

सोवियत संघ (रूसी भाषा: Сове́тский Сою́з, सोवेत्स्की सोयूज़; अंग्रेज़ी: Soviet Union), जिसका औपचारिक नाम सोवियत समाजवादी गणतंत्रों का संघ (Сою́з Сове́тских Социалисти́ческих Респу́блик, Union of Soviet Socialist Republics) था, यूरेशिया के बड़े भूभाग पर विस्तृत एक देश था जो 1922 से 1991 तक अस्तित्व में रहा। यह अपनी स्थापना से 1990 तक साम्यवादी पार्टी (कोम्युनिस्ट पार्टी) द्वारा शासित रहा। संवैधानिक रूप से सोवियत संघ 15 स्वशासित गणतंत्रों का संघ था लेकिन वास्तव में पूरे देश के प्रशासन और अर्थव्यवस्था पर केन्द्रीय सरकार का कड़ा नियंत्रण रहा। रूसी सोवियत संघीय समाजवादी गणतंत्र ( Russian Soviet Federative Socialist Republic) इस देश का सबसे बड़ा गणतंत्र और राजनैतिक, सांस्कृतिक और आर्थिक केंद्र था, इसलिए पूरे देश का गहरा रूसीकरण हुआ। यही कारण रहा कि विदेश में भी सोवियत संघ को अक्सर गलती से 'रूस' बोल दिया जाता था।

Answered by TbiaSupreme
2

"(क) सही  

भारत की गुटनिरपेक्षता नीति के प्रति प्रतिबद्धता के कारण ही भारत को विश्व स्तर पर व्यापक स्वीकृति मिली है | भारत गुटनिरपेक्षता को त्याग कर अमेरिकी गुट में शामिल हो जाने पर भारत भी शीत युद्ध का अंग बन जाता | पर भारत ने गुटनिरपेक्षता के सिद्धांतो को नहीं छोड़ा और चीन के साथ उन विषयो पर साहनुभूति दर्शायी जिनका सम्बन्ध सिमा विवादों से नहीं था | भारत की इस निति की अमेरिका तथा अन्य देशो में सराहना की गयी |   (ख) गलत

भारत ने स्वतंत्रता के बाद सर्वाधिक देशों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखा है। वैश्विक मामलो में भारत सदा कार्यरत रहा है। आज आर्थिक तथा सामरिक तौर से भी भारत ने विश्व के उपर अपनी अद्वितीय छाप छोड़ी है | भारत कभी भी आक्रामक नहीं रहा और विश्व शान्ति में सदा योगदान करता रहा है। पाकिस्तान व चीन के साथ भारत के संबंध कुछ तनावपूर्ण जरूर रहे हैं किन्तु रूस के साथ सामरिक संबंधों के अलावा, भारत का इजरायल और फ्रांस के साथ विस्तृत रक्षा संबंध है। (ग) सही

शीतयुद्ध से अंतरराष्ट्रीय सम्बन्धों पर व्यापक असर हुआ था |  इसने पुरे विश्व को दो दल में विभाजित कर दिया था और विश्व में युद्ध की प्रवृति को बढ़ावा दिया। जिस से शक्ति संतुलन के जगह पे आतंक के संतुलन को भी बढ़ावा मिला था।  जिसका प्रभाव भारत पाक के सम्बन्धो पे भी हुआ था | (घ) गलत

भारत की संयुक्त राज्य अमेरिका से निकटता का कारण वो सन्धि थी जो अगस्त १९७१ में भारत और सोवियत संघ के बीच पारस्परिक रणनीतिक सहयोग के लिए की गयी थी | भारत ने अपनी गुतनिरपेक्षता की नीति हटाकर यह सन्धि की थी।  "

Similar questions