Independence Day Information in Marathi | Swatantrata Diwas 15 August
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१५ ऑगस्ट १९४७ रोजी भारत देश स्वतंत्र झाला. इंग्रजांच्या गुलामगिरीत भारतीय लोकांनी खूप त्रास सहन केला. १५ ऑगस्ट हा भारतीयांचा सण आहे. ह्या दिवशी भारताचे प्रधानमंत्री दिल्लीतील लाल किल्ल्यावरून देशाला संबोधित करतात. १५ ऑगस्ट १९४८ च्या दिवशी भारताचे प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरूंनी दिल्ली मध्ये लाल किल्ल्याच्या लाहिरी गेट वर तिरंगा फडकवला होता. महात्मा गांधीजींच्या नेतृत्वाखाली अनेक भारतीय लोकांनी अहिंसा, सत्याग्रह असे मोहीम फत्ते केले व भारताला स्वातंत्र्य मिळवण्यात यश प्राप्त केले. स्वातंत्र्या नंतर ब्रिटिशांनी हिंदुस्तान व पाकिस्तान असे दोन भाग केले. विभाजन नंतर दोन्ही देशात हिंसक दंगल, कत्तल ह्यांना सामोर जावं लागलं. आजकाल बऱ्याच शाळांमध्ये १५ ऑगस्ट जॉलोषात साजरा केला जातो त्याचे एक उदाहरण खाली नमूद केले आहे.
शाळेत साजरा झालेला १५ ऑगस्ट ह्याचा रिपोर्ट लेखन:
१६ ऑगस्ट २०१९, मंगळवार:
काल राज्यभर १५ ऑगस्ट उत्साहाने साजरा करण्यात आला. देशात आणि राज्यात विविध कार्यक्रमांचे आयोजन करण्यात आले होते. मुंबईतील आनंदराव पवार शाळेच्या पटांगणात माननीय शिक्षण मंत्र्यांच्या हस्ते झेंडावंदन पार पडले. राष्ट्रगीता बरोबर कवायत, मार्च पास आणि सांस्कृतीक कार्यक्रमाने उपस्थितांची मनं झिंकून घेतली. अध्यक्षीय भाषणात शिक्षण मंत्र्यांनी मुलांच्या गुणवत्तेचं कौतूक करून पुढील शिक्षणाच्या योजना स्पष्ट केल्या. चहा पाण्याच्या कार्यक्रम नंतर कार्यक्रमाची सांगता झाली.
Answer:
प्रस्तावना
स्वतंत्रता दिवस, 15 अगस्त, भारत के नागरिकों के लिए एक विशेष महत्व रखता है। यह वह दिन है जो हमे स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा किए गए बलिदानों की याद दिलाता है। यह हमारे अंदर देशभक्ति की भावना के साथ देश के लिए कुछ कर दिखाने की भावना को भी उत्तेजित करता है।
स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान
भारत दशकों से ब्रिटिश शासन के अधीन था। उस दौरान अंग्रेजों के अत्याचार समय के साथ बढ़ते चले जा रहे थे। बाल गंगाधर तिलक, शहीद भगत सिंह, महात्मा गांधी, सरोजिनी नायडू, रानी लक्ष्मी बाई और सुभाष चंद्र बोस जैसे स्वतंत्रता सेनानियों के नेतृत्व में, भारत के नागरिको ने एकजुट होकर अपनी आजादी के लिए संघर्ष किया। स्वतंत्रता सेनानियों के नेतृत्व द्वारा बहुत से आंदोलनों, स्वतंत्रता संग्रामों की शुरुआत की गई। इन आंदोलनों के कारण कई लोगों को अपने प्राणों की आहुती देनी पड़ी तो कईयों को जेल जाना पड़ा, हालांकि, फिर भी लोगों ने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ लड़ने की अपनी इस भावना को नहीं छोड़ा। स्वतंत्रता दिवस पर यह हमें उनके उन बलिदानों की याद दिलाता है और हमारे देश के नागरिकों के लिए विशेष महत्व रखता है।
आजादी का जश्न मनाएं पर सादगी के साथ
स्वतंत्रता दिवस को हमारे आजादी के जश्न मनाने के लिए एक विशेष दिन के रुप में मनाया जाता है। भारत के नागरिक तथा स्वतंत्रता सेनानियों ने इस दिन हमारे देश को अंग्रेजो के अत्याचार से मुक्त कराने के लिए कड़ी मेहनत की थी।
इसलिए यह दिन हमें हमारी सादगी और वास्तविकता के करीब होने के महत्व की भी याद दिलाता है। यह हमे ऊंचे उड़ान भरने और स्वतंत्र महसूस करने के बावजूद भी बुनियादी रहने के लिए प्रेरित करता हैं।
निष्कर्ष
भारत के लोग उन लोगों के आभारी हैं जिन्होंने अपने देश की आजादी में अपना योगदान दिया। प्रत्येक वर्ष 15 अगस्त को हम भारतीय स्वतंत्रता दिवस मनाते आजादी, जो हमारी इतनी कठिनतापूर्वक प्राप्त आजादी को दर्शाता हैं, इसीलिए यह दिन हर भारतीय के लिए विशेष महत्व रखता है।