inme se kon sa marz bladders disease kha lata hai
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ब्लैडर में होता है 500 मिली. यूरिन, इस बीमारी से नहीं आता है पूरा पेशाब
पेशाब में तकलीफ, जलन, पेशाब अचानक बंद हो जाना, रक्त आना, पश आना, पेशाब न बनना, पेट के निचले हिस्से में भारीपन...
जयपुर
Updated: March 20, 2018 03:38:33 pm
पेशाब (यूरीनरी ब्लैडर) संबंधी समस्या तेजी से बढऩे वाली बीमारी हो गई है। ब्लैडर वॉल्व कमजोर होने से उनकी परेशानी बढ़ जाती है। पेशाब की थैली पेल्विस बोन के नीचे होती है जो सीधे ब्रेन सिग्नल्स से कनेक्ट होती है। एक व्यस्क के पेशाब थैली की क्षमता 450 से 500 मिलीलीटर होती है। हालांकि ब्लैडर का आकार उम्र के साथ बढ़ता है। पेशाब करने में तकलीफ होना, जलन होना, पेशाब अचानक बंद हो जाना, पेशाब में रक्त आना, पश आना, पेशाब न बनना, पेट के निचले हिस्से में भारीपन, ब्लैडर में संक्रमण होना और पत्थरी बनना यूरिनरी ब्लैडर में परेशानी का बड़ा कारण है। यूरिनरी ब्लैडर की समस्या किसी को हो सकती है।