interesting story in Hindi
Answers
Answer:
Sanskar aur Bhavna
Hindi story
एकबार तीर्थ यात्रा जाने वाले लोगो का एक संघ एक संत के पास पहुंचा और संत को भी तीर्थयात्रा पर चलने के लिए आग्रह करने लगा । लेकिन संत ने तीर्थयात्रा पर जाने से इंकार कर दिया । संत ने तीर्थयात्रियो को एक कड़वा कद्दू दिया और कहा “मै तो आप लोगो के साथ आ नहीं सकता लेकिन आप इस कद्दू को साथ ले जाईए और जहाँ – जहाँ भी स्नान करे, इसे भी पवित्र जल में स्नान करा लाये।” तीर्थयात्रियो ने बिना संत की बातों पर गौर किए उस कद्दू को उठाया और अपने साथ यात्रा पर ले गए ।
जहाँ – जहाँ भी तीर्थयात्रियो का संघ गया, और स्नान किया वहाँ – वहाँ उन्होनें कद्दू को भी स्नान करवाया , मंदिर में जाकर दर्शन किया तो कद्दू को भी दर्शन करवाया।
यात्रा पूरी होने के बाद सब संत के पास वापस आए और उन्हें कद्दू पकड़ा दिया । संत ने यात्रियों को भोज का निमंत्रण दिया । भोज में आए सभी लोगो को विविध पकवान परोसे गए। तीर्थ में घूमकर आये हुए कद्दू की सब्जी विशेष रूप से बनवायी गयी थी। सभी यात्रिओ ने खाना शुरू किया और सबने कहा कि “ये सब्जी कड़वी है।” इस पर संत ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि “ये सब्जी तो उसी कद्दू से बनी है, जो तीर्थ स्नान कर आया है। बेशक यह तीर्थाटन के पूर्व कड़वा था, मगर तीर्थ दर्शन तथा स्नान के बाद भी इस में कड़वाहट है !”
संत की बात सुन यात्रियों को एहसास हो गया कि उन्होनें तीर्थाटन किया है लेकिन अपने मन को एवं स्वभाव को सुधारा नहीं तो तीर्थयात्रा का अधिक मूल्य नहीं है।