English, asked by ambornormillah06, 1 month ago

Is there a time you did some mistake like what peter did.what happens in what are the consequence of your action

Answers

Answered by shadabimam2501
1

Answer:

Ok

Mea Bana Kar Bheaj Raha hu

Explanation:

Hlo ☺️☺️: हँसना हँसाना ये कोशिश है मेरी, सबको खुश रखना चाहत है मेरी, कोई याद करे या न करे, हर किसी को याद करना आदत है मेरी।

Hlo ☺️☺️: मुस्कुराहट का कोई मोल नही होता है, रिश्तों का कोई तोल नही होता है, इंसान तो मिल जातें है हमे हर मोड़ पर, लेकिन हर कोई आप की तरह अनमोल नही होता है।

Hlo ☺️☺️: बिन मौसम कभी बरसात नहीं होती

चाँद के बिना कभी रात नहीं होती

अपनी तो आदत ही ऐसी हैं

आपको Good Morning किये बिना

दिन की शुरुआत नहीं होती

GOOD MORNING DEAR

Hlo ☺️☺️: अब तो तेरी सूरत चाय के धुएँ में भी नज़र आती है

कूछ इस क़दर खो जाते है

तेरे यादों में की हर दफ़ा मेरी चाय ठंडी हो जाती है!

GOOD MORNING DEAR

Hlo ☺️☺️: लोगो की अगर सच्चाई जाननी हैं

तो सही समय का इंतज़ार करो

इंसान की सच्चाई तो बस वक़्त बताता हैं

GOOD MORNING

Hlo ☺️☺️: मेरी फितरत में नहीं है किसी से नाराज होना नाराज वो होते हैं जिनको अपने आप पर गुरूर होता है।

Answered by kittus916
0

Answer:

I know only some

Explanation:

The Peter Principle is thus based on the paradoxical idea that competent employees will continue to be promoted, but at some point will be promoted into positions for which they are incompetent, and they will then remain in those positions because of the fact that they do not demonstrate any further competence that ...

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