इस एकांकी का सारांश अपने शब्दों में लिखो
Answers
दिए गए एकांकी का सारांश |
Explanation:
एकांकी में जीवन को कैसे बेहतर बनाया जा सकता हैं, उसके बारे में जिक्र किया गया हैं। आज के सामय में व्यक्तित्व में विकास एक बहुत ही विशेष विषय बन चुका हैं। क्योंकि इंसानों को विकास के इस दौर पर अपने व्यक्तित्व का विकास भी करनी बहुत ही जरूरी हैं।
देखा जाए तो, व्यतित्व विकास के लिए हम अपने दिमाग को उसी हिसाब से तैयार भी करना पड़ेगा। दिमाग को तेज करने के लिए कई सारे तरीके मौजूद हैं जिससे आप बहुत ही कम समय में अपने दिमाग को पहले से बेहतर बना सकते हैं।
Answer:
प्रस्तुत एकांकी ‘चंदा मामा की जय’ में लेखक ने शांति प्रियता, बड़ों का आदर, छोटों से प्यार और बुरी आदतों को त्यागने के लिए प्रोत्साहित किया है। इसमें प्रकृति का मानवीकरण किया गया है। जिसमें एक लड़की जज की भूमिका में है और बाकी पाँच बच्चे जिनकी शिकायत नींद परी करती है। बाद में चंदा मामा उन बच्चों के गुणों को याद कराते हैं और बच्चों से बुरी आदतें छोड़ने की प्रतिज्ञा कराते हैं। अंत में सभी बच्चों को क्षमा किया जाता है।