'इसरो' (ISRO) के संदर्भ में
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कीजिए।
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इसरो (ISRO) से संदर्भ में वार्तालाप
(इसरो के संबंध में दो छात्र-छात्रा भाविका और भावेश के बीच वार्तालाप हो रहा है।)
भाविका — भावेश, तुम इसरो के बारे क्या जानते हो?
भावेश — भाविका, ये तुम क्या कह रही हो, कौन सा ऐसा भारतीय होगा जिसने इसरो का नाम नही सुना होगा। इसरो हमारे देश की प्रमुख अंतरिक्ष संस्था है।
भाविका — और बताओ।
भावेश — इसरो की स्थापना 15 अगस्त 1969 को की गयी थी। जब भारत को अंतरिक्ष के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की जरूरत हुई तो एक स्वदेशी अंतरिक्ष संस्था की जरूरत महसूस हुई और 1962 में भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुसंधान समिति (INCOSPAR) का गठन हुआ जिसके अध्यक्ष महान वैज्ञानिक विक्रम साराभाई थे। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के गठन के पश्चात इसरो ने इन्कोस्पार का अधिग्रहण कर लिया और इसरो ही हमारे देश की प्रमुख अंतरिक्ष विषयक संस्था बन गयी।
भाविका — तुमने बिल्कुल सही जानकारी बताई।
भावेश — इसरो का मुख्यालय बंगलुरु (कर्नाटक) में हैं। इसके प्रथम अध्यक्ष विक्रम साराभाई थे और वर्तमान अध्यक्ष डॉ. के शिवन हैं। इसरो ने भारत के अनेक उपग्रहों को सफलता पूर्वक अंतरिक्ष में स्थापित किया है। इस समय इसरो सत्रह हजार से अधिक कर्मचारी और वैज्ञानिक कार्यरत हैं जो भारत के अंतरिक्ष संबंधी कार्यक्रमों सफलतापूर्वक सम्पन्न कर रहे हैं।
भाविका — हाँ, और अभी कुछ दिनों पूर्व ही इसरो ने भारत का चंद्रयान-2 मिशन आरंभ किया है, चंद्रयान-2 सफलतापूर्वक छोड़े जाने के बाद कुछ ही दिनों में चंद्रमा पर पहुँचने वाला ही है।
भावेश — हाँ, बिल्कुल सही। हमें पूरा विश्वास है कि चंद्रयान-2 भी चंद्रमा पर सफलतापूर्वक लैंड करेगा। ये मिशन उसी तरह सफल होगा जिस तरह हमारा मंगलयान मिशन सफल हुआ।
भाविका — हमे गर्व है अपनी अंतरिक्ष संस्था इसरो पर। जय हिंद, जय इसरो।
भावेश — जय हिंद, जय इसरो।