इथाइन की संरचना संकरण के आधार पर समझाइये।
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संकरण के आधार पर स्पष्ट कीजिये कि BeCl2 अणु की संरचना रेखीय होती है। ... ये दोनों संकरित कक्षक दो क्लोरीन परमाणु के साथ सम्मुख अतिव्यापन कर दो σ बंध बनाते है इसलिये BeCl2 की संरचना रेखीय होती है।
संकरित अवस्था में है। <br> sp - संकरण - जब s का एक कक्षक तथा p उपकोश का 1 कक्षक आपस में ऊर्जा के पुनर्विन्यास द्वारा दो संकरित कक्षकों का निर्माण करते है तो इसे sp संकरण कहते है। <br>
अणु की आकृति -
केंद्रीय परमाणु है , इसका सामान्य इलेक्ट्रॉनिक विन्यास
है। उत्तेजित अवस्था में 2s कक्षक का एक इलेक्ट्रॉन उत्तेजित होकर रिक्त 2p उपकोश में चला जाता है। 2s का 1 कक्षक तथा 2p का 1 कक्षक आपस में ऊर्जा के पुनर्विन्यास द्वारा दो संकरित कक्षकों का निर्माण करते है जो एक -दूसरे से
का कोण बनाते हुये व्यवस्थित रहते है। ये दोनों संकरित कक्षक दो क्लोरीन परमाणु के साथ सम्मुख अतिव्यापन कर दो
बंध बनाते है इसलिये
की संरचना रेखीय होती है। <br>
संकरण के आधार पर स्पष्ट कीजिये कि BeCI2 अणु की संरचना रेखीय होती है। ... ये दोनों संकरित कक्षक दो क्लोरीन परमाणु के साथ सम्मुख अतिव्यापन कर दो 0 बंध बनाते है इसलिये BeCl2 की संरचना रेखीय होती