जैव निम्नीकरण व अजैव निम्नीकरण अपशिष्ट में अन्तर लिखिए।
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जैव निम्नीकरण व अजैव निम्नीकरण अपशिष्ट के बीच अंतर:
जैव निम्नीकरण अपशिष्ट
1. ये अपशिष्ट बैक्टीरिया और केंचुए जैसे सूक्ष्मजीवों की कार्रवाई से गैर-जहरीले पदार्थों में टूट सकते हैं।
2. बायोडिग्रेडेबल पदार्थ समय के साथ अपने रूप और संरचना को बदलते हैं और हानिरहित हो जाते हैं।
3. वे पर्यावरण को प्रदूषित नहीं करते हैं।
उदाहरण: मसालेदार भोजन, सब्जी के छिलके, चाय की पत्ती, लकड़ी, घास, कागज, चमड़ा, कपास, मवेशी का गोबर आदि।
अजैव निम्नीकरण अपशिष्ट
1. इन अपशिष्टों को किसी भी जैविक प्रक्रियाओं द्वारा हानिरहित पदार्थों में नहीं तोड़ा जा सकता है।
2. गैर-बायोडिग्रेडेबल पदार्थ लंबे समय तक अपरिवर्तित रहते हैं।
3. उनमें से कुछ निष्क्रिय रहते हैं और हमारे परिवेश में जमा होने लगते हैं, जबकि अन्य को आसानी से कम विषाक्त नहीं बनाया जा सकता है और इसलिए पर्यावरण को प्रदूषित करते रहते हैं।
उदाहरण: कांच की बोतलें, धातु के डिब्बे, पॉलिथीन बैग, सिंथेटिक फाइबर, रेडियोधर्मी कचरे, प्लास्टिक और कीटनाशक जैसे डीडीए आदि।
बायोडिग्रेडेबल और गैर-बायोडिग्रेडेबल कचरे के बीच अंतर:
Explanation:
- बायोडिग्रेडेबल अपशिष्ट वे पदार्थ होते हैं जो प्राकृतिक रूप से खराब या टूट जाते हैं।
- अजैव निम्नीकरणीय अपशिष्ट वे पदार्थ हैं जो आसानी से नष्ट नहीं होते हैं।
- पौधे, जानवर, उनका कचरा, कागज, फल, सब्जियां जैसे पदार्थ बायोडिग्रेडेबल पदार्थों की श्रेणी में आते हैं।
- रबर, प्लास्टिक, रसायन, पेंट प्लास्टिक जैसी सामग्री गैर-बायोडिग्रेडेबल वस्तुओं की श्रेणी में आती है।
- बायोडिग्रेडेबल कचरे के अपघटन की दर तेज और गैर-बायोडिग्रेडेबल कचरा धीमा है।