Jab Bholaram Ne pump Lagaya- paath ke Madhyam se lekhak Ne Kis sacchai Ko ujagar Kiya
Answers
Answered by
127
Answer:
truth of corruption
Explanation:
भोलाराम ने सारे उपाय करकर देख लिए थे मगर सभी ने भी बिना पैसों का काम करने से मना कर दिया। आखिरकार उसने गुस्से में आकर पंप खुद लगाने का सोचा। इस से पता चलता है की भरष्टाचार की सचाई के आगे कभी कभी इंसान झुक जाता है। इस पाठ में भ्रष्टाचार की सच्चाई उजागर हुई है
Answered by
3
जब बोलाराम ने पम्प लगाया पाठ के माध्यम से लेखक ने निम्नलिखित सच्चाई को उजागर किया है।
- लेखक ने " बोलाराम ने पम्प लगाया" पाठ के माध्यम से सरकारी विभागों ने फैले भ्रष्टाचार , घूसखोरी तथा अधिकारियों द्वारा काम में ढिलाई जैसे कामों का उल्लेख किया है।
- लेखक का कहना है कि सरकारी कर्मचारियों की घूसखोरी की आदत व कामचोरी की आदत से गरीब जनता को बहुत परेशानी उठानी पड़ती है।
- सरकारी कर्मचारी एक तो घूस लेते है पैसे व्यर्थ जाते है दूसरे किसी कार्य को करने के लिए महीनों लग जाते है, बार बार चक्कर कटवाते है।
- सरकारी कर्मचारी केवल ऊपर से आए हुए निर्देशों का पालन करते है बिना यह जाने कि ये निर्देश कहां तक सही हैं? दूसरे वे काम में ढिलाई दिखाते है , अपना काम लगन से नहीं करते।
- लेखक को सबसे ख़तरनाक बात तो यह लगी कि सरकार की तरफ से इतना अच्छा वेतन मिलने के बाद भी सदा घूस लेने के लिए व्याकुल रहते है।
Similar questions