Hindi, asked by hemu4274, 1 year ago

Jal hi jivan hai (water is life ) par hindi mein 100 words

Answers

Answered by sakshikumarisingh27
1
<I>☞HEYA MATE ☜



★ जल ही जीवन है ....




हमारे दिन-प्रतिदिन के जीवन में हम बहुत बड़ी चीजें भरते हैं ... यहां तक ​​कि कम से कम 1 दिन हम भोजन के बिना हो सकते हैं, लेकिन पानी के बिना जीवित रहने के लिए सोचना सिर्फ एक सपना है ... हमें अपने पूरे दिन के लिए पानी की आवश्यकता है खाना पकाने, कपड़े धोने या बर्तन धोने, स्नान करने, हाथ धोने, पूरी तरह से पूरे दिन ... पीने के लिए आवश्यक गतिविधियाँ। हम पानी के बिना नहीं रह सकते ... पानी के बिना भी हमारे शरीर के अंग ठीक से काम नहीं करते हैं ... जब तक कि हम पानी की बड़ी मात्रा को बर्बाद नहीं करते हैं हम पानी के बिना नहीं रह सकते ... पानी के बिना भी हमारे शरीर के अंग ठीक से काम नहीं करते हैं ... जब तक कि हम पानी की बड़ी मात्रा को बर्बाद नहीं करते हैं।हम पानी के बिना नहीं रह सकते ... पानी के बिना भी हमारे शरीर के अंग ठीक से काम नहीं करते हैं ... जब तक कि हम पानी की बड़ी मात्रा में बर्बाद नहीं करते हैं।हम पानी के बिना नहीं रह सकते हैं ... पानी के बिना भी हमारे शरीर के अंग ठीक से काम नहीं करते हैं ... जब तक कि हम पानी की बड़ी मात्रा में बर्बाद न करें ...हम पानी के बिना नहीं रह सकते हैं ... पानी के बिना भी हमारे शरीर के अंग ठीक से काम नहीं करते हैं ... जब तक कि हम पानी की बड़ी मात्रा में बर्बाद न करें ...




one day we will suffer a lot for just 1-2 drops of water let this not happen ....



SAVE WATER .... HAPPY FUTURE AHEAD ...



☃️HOPE THIS HELPS UH ☃️
Answered by Balwantsingh111
1

Jal hi Jeevan Hai Essay in Hindi 150 Words

जल ही जीवन है इस बात में कोई अतिशयोक्ति नहीं है क्योंकि धरती पर सभी जीवित प्राणियों के लिए जल अमृत के समान है. जल के बिना धरती के किसी भी प्राणी का जीवन संभव नहीं है. हमारी धरती पर वैसे तो 70% जल ही है

लेकिन मनुष्य के लिए पीने लायक जल केवल 2% ही है जो कि हमें भूमिगत, नदियों, तालाबों और वर्षा के पानी से उपलब्ध होता है. लेकिन दिनों दिन वर्षा की कमी के कारण भूमिगत जल में कमी आ गई है जिसके कारण पूरे विश्व में पानी की किल्लत हो गई है

और अगर इसी तरह जल का दुरुपयोग होता रहा तो वह दिन दूर नहीं जब जल की कमी से पूरी पृथ्वी तबाह हो जाएगी. पृथ्वी पर से जीवन का नामो निशान मिट जाएगा.

कुछ अर्थशास्त्रियों की मानें तो तीसरा विश्वयुद्ध जल के लिए ही लड़ा जाएगा जो कि एक बहुत गंभीर विषय है. हमें जल बचाने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए.


Similar questions