जल जीवन पर 100 से 150 शब्दों में एक अनुच्छेद लिखिए।
चेतावनी:
एक गलत और अपमानजनक उत्तर की रिपोर्ट की जाएगी।
सर्वोत्तम उत्तरों को बुद्धिमान . के रूप में चिह्नित किया जाएगा
Answers
Explanation:
जल हमारे लिए बहुत जरूरी है बिना जलके हम जी नहीं सकते जल से हम खाना बनाते हैं नहाते हैं गाड़ी धोते हैं लेकिन बहुत से लोग इसका दुरुपयोग करते हैं जिसके लिए हमारे आने वाली पीढ़ियों के लिए बहुत ज्यादा हानिकारक है एक समय ऐसा आएगा जब जल खत्म हो गया होगा कोई नहाने के लिए जहां नहाने के लिए एक बाल्टी पानी है उस करना चाहिए महान लोग दो-दो तीन-तीन चार-चार बाल्टी न्यूज़ करते और जब पानी आता है तो लोग गाड़ी धोते हैं उससे लोग नल खुला छोड़ कर भूल जाते हैं जिससे पानी बेस्ट हो जाता है पानी का रिसाइकल करना चाहिए
Answer:
जल ही जीवन है, जल से ही जीवन है, या यूं भी कह सकते हैं कि जल में ही जीवन है। ऐसा कहने का तात्पर्य ?? पानी के अनेकों नाम है, हम कई नामों से पानी को पुकारते हैं – जल, वारी, नीर, अंबु, सलिल। पानी सभी जीव जंतुओं के जीवित रहने के लिए आवश्यक है, पानी के बगैर इस पृथ्वी पर किसी भी प्राणी का जी पाना संभव नहीं है।
वैसे कहें तो हमारी पृथ्वी का 70% भाग ही पानी है परंतु पीने लायक स्वच्छ पानी केवल 2% के भाग में ही है। पीने का पानी हमें अलग-अलग जगहों से प्राप्त होता है, जैसे नदियां, तालाब, वर्षा का पानी, भूमिगत पानी परंतु इन सभी जल स्त्रोतों में दिन-ब-दिन कमी आती जा रही है जो कि अपने आप में चिंता की बात है। पानी हमारे जीवन का अभिन्न अंग है, अत्यंत महत्वपूर्ण है हमारे लिए।
यहां तक कि मानव शरीर का 70% भाग भी जल से ही बना है अर्थात जल के बिना जीवन की कल्पना करना भी संभव नहीं है, क्योंकि मनुष्य भोजन के बिना तो काफी अवधि तक रह सकता है परंतु बिना पानी के मानव शरीर जीवित नहीं रह सकता है और अगर पूरा 1 सप्ताह पानी ना मिले तो मृत्यु भी संभव है।
हम यह बात बहुत अच्छे से जानते हैं कि हमारी पृथ्वी पर जितनी भी संसाधन है, वे सभी सीमित मात्रा में ही है तो इस बात से हमें यह समझना चाहिए कि हमें इन संसाधनों को बहुत ध्यानपूर्वक और कुशलता के साथ उपयोग करना है वरना इन संसाधनों की कमी के कारण हाहाकार मचने में देर नहीं लगेगी और खासतौर पर पानी को तो बहुत ध्यान से इस्तेमाल करना चाहिए।बिना पानी के तो हम अपना 1 दिन भी नहीं गुजार सकते हैं। हमारे रोजमर्रा के अनेकों कामों में पानी इस्तेमाल होता है, जैसे – पीने के लिए, खाना बनाने के लिए, कपड़े धोने के लिए, खेतों की सिंचाई के लिए, नहाने के लिए आदि। पानी तो हमारे जीवन के लिए अत्यंत लाभकारी है, यह वह अमृत है जिसके बिना हम अपना जीवन काट नहीं सकते हैं परंतु हम इसका मूल्य समझते ही नहीं है और इसका दुरुपयोग करते हैं।
इसी प्रकार सब कुछ चलता रहा तो आगे आने वाले वर्षों में पानी की भारी समस्या खड़ी हो सकती है हमारी आगे की पीढ़ियों को जल नहीं मिलेगा और हम यह अंदाजा भी नहीं लगा सकते हैं कि परिस्थितियां कितनी खतरनाक हो सकती है।
मनुष्य के इतने कर्मों द्वारा प्रदूषण पैदा होता है और उसी प्रदूषण द्वारा भी पानी के स्रोत भी प्रदूषित होते हैं, वह कैसे ?? जितनी भी फैक्ट्रियां हैं, उन सब का मलबा और कूड़ा हमारी नदियों और तालाबों में बहा दिया जाता है जिसकी वजह से आज हमारे लगभग सभी जल के स्रोत मिलावटी हो चुके हैं और इसी कारण से बीमारियां भी फैलती है।
पानी मनुष्य के लिए तो अत्यंत महत्वपूर्ण है ही, साथ ही साथ हमारी पृथ्वी की सेहत के लिए भी बहुत जरूरी है। हमारी पृथ्वी को हरा भरा और स्वस्थ रखना पानी की ही जिम्मेदारी है, सोचिए अगर पानी नहीं होगा तो पृथ्वी का विनाश होने में देर नहीं लगेगी और जीवन भी लुप्त हो जाएगा, खेत खलिहान सूख जाएंगे, जंगलों में जीवन खत्म हो जाएगा, बारिश होना बंद हो जाएगी और आगे तो आप कल्पना कर ही सकते हैं कि क्या होगा; अर्थात हमें आज की परिस्थितियां देखकर सचेत हो जाना चाहिए।
यहां तक कहा जाता है कि तीसरा विश्वयुद्ध पानी की किल्लत की वजह से ही लड़ा जाएगा, अब आप ही सोचिए कि पानी की कमी के कारण यह नौबत भी आ सकती है इसलिए हमें इस मूल्यवान संसाधन का ध्यान पूर्वक उपयोग करना चाहिए।