जल के उभयधर्मी स्वभाव को दर्शाने वाले रासायनिक समीकरण लिखिए।
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जल के उभयधर्मी स्वभाव को दर्शाने वाले रासायनिक समीकरण लिखा गया है-
• जल अम्ल और खारक दोनों रूप में बिक्रिया करता है।
• NH3 के साथ जल के अभिक्रिया है-
H2O(l) + NH3(aq) = OH - (aq) + NH4+(aq)
इस अभिक्रिया में जल NH3 के साथ अम्ल के रूप में अभिक्रिया करता है।इस अभिक्रिया में जल एक प्रोटोन त्याग करता है, और NH3 वो प्रोटोन ग्रहण करता है।
• H2S के साथ जल के अभिक्रिया है-
H2O(l) + H2S(aq) = H3O+(aq) + HS –(aq)
इस अभिक्रिया में जल H2S के साथ क्षार के रूप में अभिक्रिया करता है।इस अभिक्रिया में जल एक प्रोटोन ग्रहण करता है,और H3O+आयन बनाता है।
• दोनों बिक्रिया से हमे पता लगता है कि जल अपने से प्रबल अम्ल के साथ क्षार के रूप में अभिक्रिया करता है और अपने से दुर्बल अम्ल के साथ अम्ल के रूप अभिक्रिया करता है।
जल के उभयधर्मी स्वभाव को दर्शाने वाले समीकरण इस प्रकार हैं....
जल का स्वभाव उभयधर्मी होता है, ये अम्ल और क्षार दोनों रूपों में व्यवहार करता है।
जल NH के साथ अम्ल के रूप में व्यवहार करता है...
जैसे...
H₂O (I) + NH₃ (aq) ⇒ OH⁺ (aq) + NH₄ (aq)
इस अभिक्रिया में जल का अणु एक प्रोटॉन को छोड़ता है, जिसे NH₃ का अणु ग्रहण कर लेता है, उस प्रोटॉ को ग्रहण करके NH₄ का आयन बनाता है।
जल अपने से प्रबल अम्लों के साथ क्षार के रूप में व्यवहार करता है।
जैसे....
H₂O (I) + H₂S (aq) ⇒ H₃O (aq) + HS⁺ (aq)
इस अभिक्रिया में जल का क्षार की भांति व्यवहार करके H₂S से एक प्रोटॉन ग्रहण करके H₃O आयन बनाता है।
उपरोक्त दोनों समीकरणों से स्पष्ट है, कि जल उभयधर्मी होने कारण अम्ल और क्षार दोनों रूप मे् व्यवहार करता है।
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