जल व भूमि प्रदूषण के कारण और बचाव के उपाय लिखिए
Answers
Answer:
बड़ा सख्या म आद्यागिक रसायन, डाई, कंपनियां, दवा कंपनियां आदि मिट्टी में अपना रास्ता र कैंसर सहित कई स्वास्थ्य खतरों का निर्माण करने जाते हैं।
Explanation:
1. जल प्रदूषण
जलस्रोतों में मिलने वाला यह अपशिष्ट जल अनेक विषैले रसायनों एवं कार्बनिक पदार्थों से युक्त होता है, जिससे जलस्रोतों का स्वच्छ जल भी प्रदूषित हो जाता है।
1. घरों से निकलने वाले मलिन जल एवं वाहित मल को एकत्र करके संशोधन संयंत्रों में पूर्ण रूप से शोधन के उपरान्त जलस्रोत में विसर्जित किया जाय।
2. तालाब, पोखरों इत्यादि के चारों ओर दीवार बनाकर विभिन्न प्रकार की गंदगियों को रोका जाय तथा साथ ही साथ उनमें नहाने, कपड़े धोने आदि पर भी रोकथाम करनी चाहिये।
3. जल स्रोतों के निकट स्थापित उद्योगों के निःसृत जल का संशोधन कर उन्हें पुनः जलस्रोतों में विसर्जित किया जाय तथा भविष्य में जलस्रोतों के निकट उद्योगों की स्थापना पर प्रतिबन्ध लगाया जाय।
भूमि प्रदूषण
भूमि प्रदूषण पृथ्वी की भूमि की सतह के क्षरण के माध्यम से दुरुपयोग है खराब कृषि पद्धतियां, खनिज शोषण, औद्योगिक अपशिष्ट डंपिंग और शहरी और विषाक्त कचरे का अंधाधुंध निपटान । सरल शब्दों में, भूमि प्रदूषण, संसाधनों के दुरुपयोग और कचरे के अनुचित निपटान के कारण पृथ्वी की सतह का क्षरण है। भूमि प्रदूषण पशुओं के प्राकृतिक आवास, वनों की कटाई के नुकसान के लिए जिम्मेदार है और प्राकृतिक संसाधनों को हुई क्षति, और हमारे समुदायों में सामान्य बदबू । हानिकारक रसायनों द्वारा भूमि को प्रदूषित करने से प्रदूषकों का खाद्य श्रृंखला में प्रवेश हो सकता है। यह आमतौर पर कृषि में उर्वरकों के अधिक उपयोग, औद्योगिक अपशिष्टों के गैर-जिम्मेदार डिस्पोजेबल आदि के कारण होता है। यहां तक कि खुले स्थानों में शौच करने से भी प्रदूषण होता है ।