Hindi, asked by Juniorgiawa3481, 10 months ago

जन्मदिन पर न आने की मजबूरी प्रकट करते हुए दो मित्रों के बीच में हुए संवाद को लिखिए।4. परीक्षा समाप्त होने के पश्चात दो सखियों के बीच संवाद लिखिए।​

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Answered by bhatiamona
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जन्मदिन पर न आने की मजबूरी प्रकट करते हुए दो मित्रों के बीच में हुए संवाद को लिखिए।

मित्र 1: रूचि मैं तुमसे बहुत नाराज़ हूँ | तुम मेरे जन्मदिन पर नहीं आई|  

मित्र 2: नेहा , ऐसे मत बोलो , मेरी मज़बूरी थी , मैं इसलिए नहीं आ पाई |

मित्र 1: मैंने बहुत पहले ही बोला था , तुम्हें जरूर आना है |

मित्र 2: हाँ मुझे याद था , लेकिन मेरी दादी जी उस दिन बहुत बीमार थी , मुझे उन्हें लेकर अस्पताल जाना पड़ा|

मित्र 1: ओह , मुझे नहीं पता था , अब कैसे है वह ?

मित्र 2: अब थोड़े ठीक है , कल ही अस्पताल से आए , मेरी भी मजबूरी थी , वरना तो मैं जरूर आती |

मित्र 1: कोई बात नहीं थी , मुझे पता नहीं था मुझे माफ करना |

मित्र 2: अच्छा , चलो अब मुझे अपने जन्मदिन की पार्टी दो |  

4. परीक्षा समाप्त होने के पश्चात दो सखियों के बीच संवाद लिखिए।

सखि 1 : आरती , मुझे बहुत डर लग रहा है |

सखी 2 : क्यों , क्या हुआ ?

सखि 1 : यार मेरी परीक्षा कुछ अच्छी नहीं हुई |

सखी 2 : कोई बात नहीं , मेरी भी कुछ खास नहीं हुई , और यह तो अभी ऐसे ही है, हम फाइनल परीक्षा की तैयारी करेंगे |

सखि 1 : हाँ वह तो है , मुझे डर लग रहा था , की मेरी ही परीक्षा गंदी हुई है |

सखी 2 : यार डरने की क्या बात है , परीक्षा ही तो है , आगे अच्छी तैयारी करना |

सखि 1 : यार मैंने जो पढ़ा था वह आया ही नहीं था , इसलिए मुझे तो डर लग रहा था |

सखी 2 : मैं भी देख रही थी , की परीक्षा बहुत मुश्किल थी |  

सखि 1 : चलो कोई बात नहीं अगली की तैयारी करते है , अच्छे से |

Answered by Jeonkim007
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Answer:

जन्मदिन पर न आने की मजबूरी प्रकट करते हुए दो मित्रों के बीच में हुए संवाद को लिखिए।

मित्र 1: रूचि मैं तुमसे बहुत नाराज़ हूँ | तुम मेरे जन्मदिन पर नहीं आई|  

मित्र 2: नेहा , ऐसे मत बोलो , मेरी मज़बूरी थी , मैं इसलिए नहीं आ पाई |

मित्र 1: मैंने बहुत पहले ही बोला था , तुम्हें जरूर आना है |

मित्र 2: हाँ मुझे याद था , लेकिन मेरी दादी जी उस दिन बहुत बीमार थी , मुझे उन्हें लेकर अस्पताल जाना पड़ा|

मित्र 1: ओह , मुझे नहीं पता था , अब कैसे है वह ?

मित्र 2: अब थोड़े ठीक है , कल ही अस्पताल से आए , मेरी भी मजबूरी थी , वरना तो मैं जरूर आती |

मित्र 1: कोई बात नहीं थी , मुझे पता नहीं था मुझे माफ करना |

मित्र 2: अच्छा , चलो अब मुझे अपने जन्मदिन की पार्टी दो |  

4. परीक्षा समाप्त होने के पश्चात दो सखियों के बीच संवाद लिखिए।

सखि 1 : आरती , मुझे बहुत डर लग रहा है |

सखी 2 : क्यों , क्या हुआ ?

सखि 1 : यार मेरी परीक्षा कुछ अच्छी नहीं हुई |

सखी 2 : कोई बात नहीं , मेरी भी कुछ खास नहीं हुई , और यह तो अभी ऐसे ही है, हम फाइनल परीक्षा की तैयारी करेंगे |

सखि 1 : हाँ वह तो है , मुझे डर लग रहा था , की मेरी ही परीक्षा गंदी हुई है |

सखी 2 : यार डरने की क्या बात है , परीक्षा ही तो है , आगे अच्छी तैयारी करना |

सखि 1 : यार मैंने जो पढ़ा था वह आया ही नहीं था , इसलिए मुझे तो डर लग रहा था |

सखी 2 : मैं भी देख रही थी , की परीक्षा बहुत मुश्किल थी |  

सखि 1 : चलो कोई बात नहीं अगली की तैयारी करते है , अच्छे से |

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