Janjira Zanjeer Aur deewar kis Vidha ki Rachna hai
Answers
उत्तर:
‘जंजीर और दीवारें’ एक आत्मकथात्मक कहानी है। इस आत्मकथात्मक कहानी के लेखक "रामवृक्ष बेनीपुरी" हैं। ये साहित्य की निबंध विधा की रचना है।
स्पष्टीकरण:
यह कहानी रामवृक्ष बेनीपुरी के अनुभवों पर आधारित है। यह साहित्य रामवृक्ष बेनीपुरी द्वारा वर्ष 1957 में बनाया गया था।
रामवृक्ष बेनिरी का जन्म मुज़फ़्फ़रपुर, बिहार में वर्ष 1902 में एक साधारण किसान परिवार में हुआ था। जब वह छोटे थे तब उनके माता-पिता की मृत्यु हो गई। वर्ष 1920 में, जब गांधारीजी असहयोग आंदोलन कर रहे थे, तब उन्होंने स्वतंत्रता की लड़ाई में शामिल होने के लिए पढ़ाई छोड़ दी। अपनी देशभक्ति के लिए एक उपहार के रूप में उन्होंने कई साल जेल में बिताए।
Answer:
ज़ंजीरें और दीवारें
Explanation:
ज़ंजीरें और दीवारें लेखक रामवृक्ष बेनीपुरी
के द्वारा लिखा गया एक संस्मरण एक आत्मकथा है।इस कहानी में बताया गया है कि रामवृक्ष बेनीपुरी को अपने जीवन में कितने
कष्ट झेलने पड़ते हैं।
रामवृक्ष बेनिरी का जन्म मुज़फ़्फ़रपुर, बिहार में वर्ष 1902 में एक साधारण किसान परिवार में हुआ था। जब वह छोटे थे तब उनके माता-पिता की मृत्यु हो गई। वर्ष 1920 में, जब गांधारीजी असहयोग आंदोलन कर रहे थे, तब उन्होंने स्वतंत्रता की लड़ाई में शामिल होने के लिए पढ़ाई छोड़ दी। अपनी देशभक्ति के लिए एक उपहार के रूप में उन्होंने कई साल जेल में बिताए।
इस संस्मरण में रामवृक्ष बेनीपुरी जी के जीवन के बारे में बताया गया है।