Jeev Hatya Paap Husn anuchchhed likhiye
Answers
Answered by
11
"जीव हत्या पाप है"
इस धरती पर हर प्राणी को जीवन जीने का अधिकार है लेकिन मनुष्य अपने स्वार्थ के लिए जीवों की हत्याएं कर रहे हैं। अपने स्वार्थ के लिए दूसरों की जान लेना पाप है।
इस धरती का हर जीव वातावरण संतुलन के लिए जरूरी है। आज मनुष्य स्वार्थी हो चुका है और अपने मनोरंजन के लिए जीवोन की हत्या कर रहा है। हमारी सभ्यता और संस्कृति हमें यह सिखाती है कि हर जीव के अंदर आत्मा बसती है उसकी हत्या करना अपराध है, पाप है।
जीवन जीने का सबको अधिकार है इसलिए हमें जीवो की हत्या ही नहीं करनी चाहिए। अकारण किसी जीव को मारना पाप का भागी बनना है।
Similar questions