History, asked by py8022573, 8 months ago

झूरी ने प्आतः काल क्या द्शय देखा ​

Answers

Answered by arpitravi34
15

Answer:

उत्तर: प्रातः काल झूरी ने देखा कि दोनों बैल चरनी पर खड़े हैं। गले में आधा गराँव लटक रहा था, पैर कीचड़ में सने थे और आँखों में विद्रोहमय स्नेह था

Explanation:

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Answered by sisha8353
3

Answer:

झूरी प्रात:काल सोकर उठा, तो देखा कि दोनों बैल चरनी पर खड़े हैं। दोनों गरदनों में आधा-आधा गराँव लटक रहा है। घुटने तक पाँव कीचड़ से भरे हैं । दोनों की आँखों में विद्रोहमय स्नेह झलक रहा है।

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