झाँसी की रानी के जीवन की कहानी अपने शब्दों में लिखो और यह भी बताओ कि उनका बचपन तुम्हारे बचपन से कैसे अलग था ?
Answers
लक्ष्मीबाई का बचपन का नाम मनु था। उन्हें शिवाजी की गाथाएं याद थी।बरछी, ढाल ,कृपाण ,कटारी उनकी सहेलियां थी।अंग्रेजों के साथ लड़ते हुए वह वीरगति को प्राप्त हो गई थी।
उनका जीवन हमारे जीवन से इसलिए अलग है क्योंकि उन्हें तलवार चलाना खेल लगता था और हमारे लिए तो नए नए वीडियो गेम बना दिये गए हैं।
Answer:
वे अपने पिता की अकेली संतान थी। कानपुर के नाना की वह मुंह बोली बहन थी। लक्ष्मीबाई बचपन से ही हथियारों से खेलती थी। बरछी, ढाल, कपाण जैसे हथियार ही उनकी सहेली थे। उन्हें शिवाजी की वीरता की कहानी याद थी। उसे युद्ध की व्यूह रचना, नकली युद्ध करना, दुर्ग घेरना आदि खेल खेलना अच्छा लगता था। विवाह के बाद वह झांसी आ गई। राजा न: संतान मरे थे। वह विधवा हो गई। अंग्रेजी सेना ने झांसी को हड़पने के लिए धावा बोल दिया। रानी और लेफ्टिनेंट वॉकर में युद्ध हुआ जिसमें वॉकर पराजित हुआ। रानी के कालपी और गवालियर पर अधिकार कर लिया। वहां के शासक सिंधिया की मदद से सेना आ गई। रानी और अंग्रेजो के बीच घमासान युद्ध हुआ और रानी वीरगति को प्राप्त हो गई। उनका नाम इतिहास में सदा के लिए अमर हो गया।
हम बचपन में हथियारों से नहीं बल्कि इसके विपरीत हम लैपटॉप, टीवी ,मोबाइल, क्रिकेट आदि खेल अच्छे लगते हैं। इस प्रकार उनका बचपन हमारे बचपन से अलग तरह का था।
Explanation:
follow me