झाँसी की रानी के जीवन की कहानी अपने शब्दों में लिखो और यह भी बताओ कि उनका बचपन तुम्हारे बचपन से कैसे अलग था?
Class 6 NCERT Hindi Chapter ‘झाँसी की रानी
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‘झांसी की रानी’ सुभद्रा कुमारी चौहान की बहुत प्रसिद्ध कविता है ,जिसमें कवित्री ने वीरांगना झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की साहसिक जीवन कथा का परिचय दिया है। इसमें बताया गया है कि किस प्रकार देश की रक्षा के लिए उन्होंने अंग्रेजों से लड़ते लड़ते अपने प्राणों का बलिदान दे दिया था। इस कविता के माध्यम से छात्रों में देश प्रेम की भावना जगाने तथा मातृभूमि की रक्षा के लिए आत्मबलिदान की प्रेरणा दी गई है।
उत्तर :-
लक्ष्मी बाई के बचपन का नाम छबीली था। वह अपने पिता की अकेली संतान थी। कानपुर के नाना की वह मुंहबोली बहन थी। लक्ष्मी बाई बचपन से ही हथियारों से खेलती थी। बरछी, ढाल, कपाण जैसे हथियार ही उनकी सहेली थे। उन्हें शिवाजी की वीरता की कहानी याद थी। उसे युद्ध की व्यूह रचना ,नकली युद्ध करना, दुर्ग घेरना आदि खेल खेलना अच्छा लगता था ।विवाह के बाद वह झांसी आ गई। राजा नि:संतान मरे थे।वह विधवा हो गई। अंग्रेजी सेना ने झांसी को हड़पने के लिए धावा बोल दिया। रानी और लेफ्टिनेंट वॉकर में युद्ध हुआ जिसमें वॉकर पराजित हुआ। रानी के कालपी और ग्वालियर पर अधिकार कर लिया। वहां के शासक सिंधिया की मदद से अंग्रेजी सेना आ गई। रानी और अंग्रेजो के बीच घमासान युद्ध हुआ और रानी वीरगति को प्राप्त हो गई। उनका नाम इतिहास में सदा के लिए अमर हो गया।
हम बचपन में हथियारों से नहीं बल्कि इसके विपरीत हम लैपटॉप ,TV ,मोबाइल ,क्रिकेट आदि खेल अच्छे लगते हैं। इस प्रकार उनका बचपन हमारे बचपन से बिल्कुल अलग तरह का था।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।
उत्तर :-
लक्ष्मी बाई के बचपन का नाम छबीली था। वह अपने पिता की अकेली संतान थी। कानपुर के नाना की वह मुंहबोली बहन थी। लक्ष्मी बाई बचपन से ही हथियारों से खेलती थी। बरछी, ढाल, कपाण जैसे हथियार ही उनकी सहेली थे। उन्हें शिवाजी की वीरता की कहानी याद थी। उसे युद्ध की व्यूह रचना ,नकली युद्ध करना, दुर्ग घेरना आदि खेल खेलना अच्छा लगता था ।विवाह के बाद वह झांसी आ गई। राजा नि:संतान मरे थे।वह विधवा हो गई। अंग्रेजी सेना ने झांसी को हड़पने के लिए धावा बोल दिया। रानी और लेफ्टिनेंट वॉकर में युद्ध हुआ जिसमें वॉकर पराजित हुआ। रानी के कालपी और ग्वालियर पर अधिकार कर लिया। वहां के शासक सिंधिया की मदद से अंग्रेजी सेना आ गई। रानी और अंग्रेजो के बीच घमासान युद्ध हुआ और रानी वीरगति को प्राप्त हो गई। उनका नाम इतिहास में सदा के लिए अमर हो गया।
हम बचपन में हथियारों से नहीं बल्कि इसके विपरीत हम लैपटॉप ,TV ,मोबाइल ,क्रिकेट आदि खेल अच्छे लगते हैं। इस प्रकार उनका बचपन हमारे बचपन से बिल्कुल अलग तरह का था।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।
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Answer:
झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई वह भारतिय विरांगना थी। जिन्होंने स्वतंत्रता के लिए रणभूमि में हँसते-हँसते अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे। भारत स्वतंत्रता के लिए सन 1857 में लड़े गए प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास इन्होंने ही अपने रक्त से लिखा था। हम सब के लिए उनका जीवन आदर्श के रूप में है।
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