क) आज का विद्यार्थी अपना समय किन बातों मे नष्ट कर देता है? इसे त्याज्य क्यों माना गया है?
ख) हमारी सफलता का मूलमंत्र क्या हो सकता है और कैसे?
ग) समय का हमारे जीवन में क्या महत्व बताया गया है?
घ) हम अंततः लक्ष्य से कैसे दूर होते जाते हैं? इससे कैसे बचा जा सकता है?
ङ) उपर्युक्त गद्यांश के लिए एक उपयुक्त शीर्षक दीजिए।
शब्द एवं पद में क्या अन्तर है? उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए।
२.
Answers
Answered by
5
Answer:
ख) हमारी सफलता का मूलमंत्र क्या हो सकता है और कैसे? उत्तर: (क) आज का विद्यार्थी भविष्य के सपनों, प्रश्नों और दिवास्वप्न देखने में समय नष्ट कर रहा है। इसे व्याज्य इसलिए माना गया है क्योंकि वह वर्तमान का त्याग कर रहा है।
Similar questions