Hindi, asked by sd9601973, 10 days ago

कंचे जब जार से निकलकर अप्पू का मन की कल्पना में समा जाते हैं, तब क्या होता है????

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Answered by beautybaral36
6

कंचे जब जार से निकलकर अप्पू के मन की कल्पना में समा जाते हैं तो वह उनकी ओर पूरी तरह से सम्मोहित हो जाता है। उसे लगता है की जैसे कंचों का जार बड़ा होकर आसमान-सा बड़ा हो गया और वह उसके भीतर चला गया।

Answered by satnam77002
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Answer:

कंचे जब जार से निकलकर अप्पू के मन की कल्पना में समा जाते हैं तो वह उनकी ओर पूरी तरह से सम्मोहित हो जाता है। उसे लगता है की जैसे कंचों का जार बड़ा होकर आसमान-सा बड़ा हो गया और वह उसके भीतर चला गया।

that's right appne bhot acha jwab diya he bro

PTA hona chahiye

btw kya haal he

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