Hindi, asked by survetejas006, 4 months ago

कुछ दन से बादल छाए हुए ह मगर बारश नहं हो रह है । इस वषय
पर चचा करते हुए मानसी तथा मानस के बीच होने वाल बातचीत क
कपना किजए और उसे संवाद के प म लखए

Answers

Answered by sahilguta7
0

Explanation:

bring India do Medina oh it to

Answered by payalgpawar15
0

Answer:

मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण पश्चिमी मॉनसूनी हवाएं29 जुलाई से 4 अगस्त तक बारिश होने की संभावना थी। हरियाणा राज्य में थोड़ा सक्रिय रहने से कुछ एक क्षेत्रों में बारिश दर्ज हुई। हालांकि फतेहाबाद जिले में बारिश नहीं हुई। ऐसे में किसानों की परेशानी बढ़ गई। लेकिन मौसम विभाग के अनुसार जारी आंकड़ों के अुनसार राज्य में अब तक 1 जून से 4 अगस्त सामान्य से 4 फीसद कम बारिश हुई है। लेकिन फतेहाबाद में इसी दौरान 6 फीसद अधिक बारिश हुई। फतेहाबाद में 151 के मुकाबले 161 एमएम बारिश दर्ज की गई। हालांकि 29 जुलाई से 4 अगस्त के बीच जिले में एकाध गांव को छोड़कर कहीं भी बारिश नहीं हुई।

हरियाणा राज्य की तरफ आने वाली कमजोर मॉनसूनी हवाएं से 8 अगस्त तक राज्य में मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील रहने, बीच बीच मे बादल आने तथा तापमान में हल्की बढ़ोतरी होने की संभावना है। इस दौरान वातावरण में नमी अधिक होने तथा तापमान में हल्की बढ़ोतरी होने से कहीं कहीं गरज-चमक वाले बादल बनने से कुछ एक स्थानों पर हवायों के साथ हल्की बारिश भी संभावित है। बंगाल की खाड़ी में एक और कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना से 8 अगस्त से मानसून हवाओं की फिर से मैदानी क्षेत्रों की तरफ सक्रियता बढ़ने की संभावना है जिससे 9 अगस्त से 11 अगस्त के बीच राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में अच्छी बारिश होने की संभावना है।

अगले चार दिन मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील रहने की संभावना को देखते हुए धान की फसलों में आवश्यकतानुसार सिचाई करें। बाजरा, ग्वार आदि खरीफ फसलों में निराई-गुड़ाई कर खरपतवार निकाले व नमी को संचित करे। नरमा-कपास, बाजरा, ग्वार आदि फसलों में यदि आवश्यक हो तो हल्की सिचाई करे। बादलवाई व वातावरण में नमी अधिक रहने के कारण नरमा- कपास व अन्य फसलों में कीटों व रोगों का प्रकोप बढ़ने की संभावना को देखते हुए फसलों की निगरानी करे यदि प्रकोप हो तो विश्वविद्यालय की सिफारिश कीटनाशकों का छिड़काव मौसम साफ रहने पर ही करें। सब्जियों व फलदार पौधों में आवश्यकतानुसार हल्की सिचाई करें।

अगले चार दिनों तक शुष्क मौसम रहने का अनुमान को देखते हुए टिड्डी दल फिर से सक्रिय होने की संभावना है। जानकारों का कहना है कि टिड्डी दल शुष्क क्षेत्र में अधिक सक्रिय होता है। ऐसे में किसान अगले चार दिनों में हवा में बार-बार बदलाव की संभावना को देखते हुए राजस्थान के आसपास के जिलों के किसान टिड्डी दल के प्रति सजग रहे तथा खेतों में लगातार निगरानी रखे। यदि खेत में कहीं भी टिड्डी दिखाई दे तो तुरंत नजदीक के कृषि अधिकारी व कृषि विज्ञान केंद्र के साथ विश्विद्यालय के कीट विज्ञान विभाग के वैज्ञानिकों को तुरंत सूचित करें।

कंडी के वरदान बन बरसे मेघ, जारी रहेगा ठंड का प्रकोप

खाटू श्याम जी महाराज की भजन संध्या में झूमे श्रद्धालु

Ghaziabad Crime: शाम को गोदाम में घुसकर सो गया चोर, सुबह ले गया चार लाख के मोबाइल व टीवी

डेढ़ माह बाद भी नहीं लगा नाला का ढक्कन

बैंक चोरी में तीसरे दिन भी कोई सुराग नहीं

कोहरे से लेट हुई ट्रेन तो यात्री के मोबाइल पर आएगा मैसेज, विलंब की परेशानी से मिल रही मुक्ति

ग्रीन खगडिय़ा को लगा पंख, भाने लगी हरियाली, तेजी से जिले में बढ़ रहा है हरित आवरण

श्रीगणेश चतुर्थी व्रत से नए वर्ष के धार्मिक परंपराओं का आगाज, सांध्‍यकालीन पूजा का भी मिलता है पुण्‍य

जालंधर के जैन भवन में भजन संध्या: ‘मेरे सतगुरु तेरी नौकरी’ पर मंत्रमुग्ध हुए श्रद्धालु

ताज़ा ख़बर

कोरोना वैक्सीन को लेकर अखिलेश यादव ने फिर बदला सुर, बोले- तय हो गरीबों के टीकाकरण की तिथि

टेंडर फाइनल करने वाला अधिकारी ही घोटाले की जांच समिति में, विभाग में चर्चा जोरों पर

राजस्थान के कई शहरों में मिले बर्ड फ्लू के पॉजिटिव केस, हिसार में अलर्ट जारी

Bijali Bill Camp : घर के पास जमा करें बिजली बिल, चार जनवरी से 11 फरवरी तक यहां लगेगा स्‍पेशल कैंप

East Champaran News : नेपाल के अमलेख गंज में जीप की ठोकर से बाघ की मौत,चालक गिरफ्तार, वाहन जब्त

रायबरेली में आक्रोशित ग्रामीणों ने किशोरों का शव हाईवे पर रख किया प्रदर्शन, पुलिस पर लापरवाही का आरोप; फोर्स तैनात

Similar questions