कोई रेलगाड़ी बिना ढाल वाले 30 m क्रिया के वृत्तीय मोड़ पर 54 km/h चाल से चलती है। रेलगाड़ी की संहति kg है। इस कार्य को करने के लिए आवश्यक अभिकेंद्र बल कौन प्रदान करता है ? इंजन अथवा पटरियाँ ? पटरियों को क्षतिग्रस्त होने से बचाने के लिए मोड़ का हाल-कोण कितना होना चाहिए ?
Answers
Answered by
2
Answer:
~•| please convert it into English ¢$¢$¢$
\//\\//\\/\/}
Answered by
0
पटरियों को क्षतिग्रस्त होने से बचाने के लिए मोड़ का हाल-कोण 36.87° होना चाहिए।
Explanation:
वृत्तीय ट्रैक की त्रिज्या r= 30 मीटर
ट्रेन की गति v = 54 किमी / घंटा = 15 मीटर / सेकंड
ट्रेन का द्रव्यमान m = 10^6 किलो
पहिया पर रेल के पार्श्व थ्रस्ट द्वारा अभिकेंद्रिये बल प्रदान किया जाता है।
न्यूटन की गति का तीसरा नियम से पहिया रेल पर एक समान और विपरीत बल देता है।
माना बैंकिंग का कोण = x
इलसिए
tan x = v^2/rg
= (15)^2 /30 x 10 = 225 /300
x = tan^-1 (.75) = 36.87°
निम्नलिखित कोणों में से प्रत्येक का संपूरक ज्ञात कीजिए।
https://brainly.in/question/13591347
Similar questions