Hindi, asked by stujayanthika012808, 2 days ago

(क)" कन्यादान" कवि ता के आधार पर नारी जीवन के सखु और दखु पर प्रकाश डालि ए।

Answers

Answered by aman2005jeh
0

Answer:

लेकिन दुख बाँचना नहीं आता था।' इस पंक्ति में बताया गया है कि विवाह के समय बेटी को घर-गृहस्थी के सुखमय पक्ष का आभास तो था, किंतु उसके कठोर पक्ष का ज्ञान नहीं था। वह विवाह के सुखमय जीवन की सुखद कल्पना तो कर सकती थी, किंतु वहां पर मिलने वाली कठोर सच्याइयों, ससुराल में मिलने वाली ज़िम्मेदारियों एवं चुनौतियों से अनभिज्ञ थी।

Similar questions