कॉकरोच के पंखों की विशेषताएं लिखिये।
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कॉकरोच के पंखों की विशेषताएँ
पंख (Wings)-कॉकरोच में दो जोड़ी पंख होते हैं। नर के पंख, मादा की अपेक्षा, अधिक लम्बे होते हैं। पहली जोड़ी के पंख, मध्य वक्ष से तथा दूसरी जोड़ी के पंख पश्च वक्ष के अग्रपार्श्व भाग से प्लूरा व नोटम के बीच जुड़े रहते हैं। अग्र वक्ष में पंख अनुपस्थित होते हैं।
पक्षवर्म या टेगमिना (Elytra or tegmina)-प्रथम जोड़ी के पंखों को पक्षवर्म या टेगमिना कहते हैं। क्योंकि ये विश्रामावस्था में दूसरी जोड़ी के पंखों को पूर्ण रूप से ढके रहते हैं, इसलिए इन्हें ढापन पंख (wing covers) भी कहते हैं। इनका बायां पंख दांये पंख को विश्रामावस्था में किनारे से ढके रहता है।
यह कॉकरोच को उड़ने में सहायता नहीं करते हैं बल्कि सिर्फ सुरक्षात्मक रूप से ही दूसरी जोड़ी के पंखों को ढकें रहते हैं।
द्वितीय जोड़ी पंख (Second pair of wings)-ये पतले, पारदर्शक (transparent), झिल्लीनुमा व अधिक चौड़े होते हैं। ये पंख ही कम दूरी की उड़ान भरने में मदद करते हैं।
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कॉकरोच के पंखों की विशेषताएँ =>
पंख (Wings)-कॉकरोच में दो जोड़ी पंख होते हैं। नर के पंख, मादा की अपेक्षा, अधिक लम्बे होते हैं। पहली जोड़ी के पंख, मध्य वक्ष से तथा दूसरी जोड़ी के पंख पश्च वक्ष के अग्रपार्श्व भाग से प्लूरा व नोटम के बीच जुड़े रहते हैं। अग्र वक्ष में पंख अनुपस्थित होते हैं।
पक्षवर्म या टेगमिना (Elytra or tegmina)-प्रथम जोड़ी के पंखों को पक्षवर्म या टेगमिना कहते हैं। क्योंकि ये विश्रामावस्था में दूसरी जोड़ी के पंखों को पूर्ण रूप से ढके रहते हैं, इसलिए इन्हें ढापन पंख (wing covers) भी कहते हैं। इनका बायां पंख दांये पंख को विश्रामावस्था में किनारे से ढके रहता है।
यह कॉकरोच को उड़ने में सहायता नहीं करते हैं बल्कि सिर्फ सुरक्षात्मक रूप से ही दूसरी जोड़ी के पंखों को ढकें रहते हैं।
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द्वितीय जोड़ी पंख (Second pair of wings)-ये पतले, पारदर्शक (transparent), झिल्लीनुमा व अधिक चौड़े होते हैं। ये पंख ही कम दूरी की उड़ान भरने में मदद करते हैं।
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