।) काँकर पाथर जोरि कै, मसजिद लई बनाय।
___ता चढ़ि मुल्ला बाँग दे, क्या बहरा हुआ खुदाय।।
(क) कबीरदास ने मसजिद की क्या-क्या विशेषताएँ बताई हैं ?
Answers
Answered by
25
भावार्थ: इस दोहे मे कबीर जी उन मुल्लों को बहरा बोल रहे हैं जिनको नमाज़ (इबादत) के लिये बांग लगानी पड़ती है, यह लोग खुद क्यों नही आते नमाज़ पढने (खुद- आय)? “का बहरा भया खुद आय”. मन मे तडप होनी चाहिये इबादत के लिये, बार-बार बांग लगा के पूजा क लिये बुलाना शायद कबीर जी को ठीक नहीं लगा होगा.
Answered by
3
THIS IS YOUR ANSWER
plz mark me brainlist
Attachments:
Similar questions
Chemistry,
5 months ago
English,
5 months ago
Computer Science,
5 months ago
Hindi,
10 months ago
Computer Science,
10 months ago
Chemistry,
1 year ago
English,
1 year ago