क) मीरा ने अपने पद में चातक और मछली से स्वयं की तुलना की है। एक अन्य उदाहरण द्वारा आप भक्ति की भावना को प्रस्तुत कीजिए। (पाठ-4 देखें)
Answers
Answered by
5
Answer:
मीराँबाई श्री कृष्ण की अनन्य भक्त थीं, किंतु वे कृष्ण भक्ति के विभिन्न संप्रदायों में से किसी में भी विधिवत दीक्षित नहीं थीं। उनकी भक्ति 'माधुर्य भाव' की भक्ति कही जाती है। माधुर्य भाव की भक्ति के अंतर्गत भक्त और भगवान में प्रेम का संबंध होता है।
Similar questions