Hindi, asked by natashaaswani1975, 3 months ago

(क) पुष्प सुरबाला के गहनों की शोभा क्यों नहीं बनना
चाहता?​

Answers

Answered by queen423
5

Answer:

इस कविता द्वारा माकन लाल जी ने यह बताने की कोशिश की हैं कि जब कभी माली अपने बगीचे से फूल तोड़ने जाता है तो जब माली फूल से पूछता है कि तुम कहाँ जाना चाहते हो? माला बनना चाहते हो या भगवान के चरणों में चढ़ाया जाना चाहते हो तो इस पर फूल कहता है – मेरी इच्छा ये नहीं कि मैं किसी सूंदर स्त्री के बालों का गजरा बनूँ मुझे चाह नहीं कि मैं दो प्रेमियों के लिए माला बनूँ मुझे ये भी चाह नहीं कि किसी राजा के शव पे मुझे चढ़ाया जाये मुझे चाह नहीं कि मुझे भगवान पर चढ़ाया जाये और मैं अपने आपको भागयशाली मानूं हे वनमाली तुम मुझे तोड़कर उस राह में फेंक देना जहाँ शूरवीर मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना शीश चढाने जा रहे हों। मैं उन शूरवीरों के पैरों तले आकर खुद पर गर्व महसूस करूँगा।

Explanation:

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