Hindi, asked by mahtab28, 4 months ago


(क) पत्र लेखन-

बस की कमी के कारण आपके गाँव और आस पास के क्षेत्र के लोगों को परेशानी का सामना
करना पड़ता है।अपने गाँव से केंद्रीय टर्मिनल के लिए नया बस रूट शुरू करने के लिए केंद्रीय
बस टर्मिनल के महाप्रबंधक को पत्र लिखिए।

(ख) अनुच्छेदन लेखन-

“ कंप्यूटर एक जदुई पिटारा"​

Answers

Answered by Akankshaaaaa
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Answer:

कंप्यूटर एक जदुई पिटारा

आज का युग विज्ञान का युग है। वर्तमान समय में विज्ञान ने हमें कम्प्यूटर के रूप में एक अनमोल उपहार दिया है। आज जीवन के हर क्षेत्र में कम्प्यूटर का उपयोग हो रहा है। जो काम मनुष्य द्वारा पहले बड़ी कठिनाई के साथ किया जाता था, आज वही काम कम्प्यूटर द्वारा बड़े ही आराम से किये जा रहे हैं। कंप्यूटर का उपयोग दिनो-दिन बढ़ता जा रहा है। कम्प्यूटर ने दुनिया को बहुत छोटा कर दिया है। इंटरनेट द्वारा गूगल, याहू एवं बिंग आदि वेबसाइट पर दुनियाभर की जानकारी घर बैठे ही प्राप्त की जा सकती है। इंटरनेट पर ई-मेल के द्वारा विश्व में किसी भी जगह बैठे व्यक्ति से संपर्क किया जा सकता है। इसके लिए केवल ई-मेल अकाउंट और पासवर्ड का होना आवश्यक होता है। कम्प्यूटर मनोरंजन का भी महत्वपूर्ण साधन है। इस पर अनेक खेल भी खेले जा सकते हैं। कुल मिलकर कहें तो कम्प्यूटर ने मानव जीवन को बहुत सरल बना दिया है। कम्प्यूटर सचमुच एक जादुई पिटारा है।

Can't help with letter writting.....sorry

Answered by PriyotoshBasu5849
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Answer: कंप्यूटर एक अद्भुत मशीन है । इसके आविष्कार से दुनिया मे क्रांति आ गई । जटिल से जटिल गणना का कार्य सरल हो गया । फाइलों का हिसाब-किताब कंप्यूटर पर होने लगा । बैंकों और कार्यालयों का काम-काज सहज हो गया । वे काम मिनटों में होने लगे जिनमें घंटों और दिनों लग जाते थे । कंप्यूटर रूपी घोड़े पर सवार होकर मानव आसमान से बातें करने लगा ।

कंप्यूटर है ही गजब की चीज । इसे मानव मस्तिष्क का विकल्प कहा जा सकता है । यह कितने ही तरह के काम कर सकता है । यह वायुयानों के आवागमन को नियंत्रित करता है । हवाई यात्रा और रेल यात्रा के टिकटों की बुकिंग में इसका इस्तेमाल होता है । कार्यालयों में यह नौकरशाही की उलझनें सुलझाता है । इसने लिपिकों का काम-काज सरल कर दिया है । बड़ी-बड़ी कंपनियों का यह कर्णधार है क्योंकि लाखों करोड़ों के हिसाब-किताब यह पलक झपकते कर देता है । शेयर बाजार तो इसके बिना अपंग-सा है । प्रकाशन जगत में कंप्यूटर के अगणित उपयोग हैं । अखबारों, पुस्तकों और पत्रिकाओं की छपाई में इसकी सहायता उल्लेखनीय है । उपग्रह इसी के माध्यम से संचालित होते हैं । अंतरिक्ष की सैर में यह बहुत मदद करता है ।

बीसवीं शताब्दी में सूचना के क्षेत्र में क्रांति आ गई । उस क्रांति में कंप्यूटरों का बहुत बड़ा हाथ था । पहले आशंका थी कि कंप्यूटरों के बढ़ते प्रयोग से आदमी का काम छिन जाएगा । यह आशंका बाद में निर्मूल सिद्ध हो गई । कंप्यूटरों के प्रचलन से करोड़ों लोगों को रोजगार प्राप्त हुआ । भारत में पढ़े-लिखे नौजवानों के लिए रोजगार के नए-नए रास्ते खुले । स्कूलों और कॉलेजों में कंप्यूटर शिक्षा आरंभ हुई । भारत में सूचना प्रौद्‌योगिकी का युग आरंभ हुआ । सूचना प्रौद्‌योगिकी में भारत दुनिया में प्रथम स्थान पर आ गया । सॉफ्टवेयर के निर्माण में भारतीय इंजीनियरों और तकनीशियनों की माँग दुनिया भर में होने लगी ।

कंप्यूटर से इंटरनेट का जाल बिछा । इंटरनेट और कुछ नहीं बल्कि दुनिया भर के कंप्यूटरों का जाल (वेब) भर है । इंटरनेट पर वेबसाइटें आरंभ हुई । कंप्यूटर कड़े उगलने वाली मशीन बन गई । पूरी दुनिया में हर क्षेत्र में जितने प्रकार की जानकारी थी, वह हरेक की मुट्‌ठी में आ गई । हिन्दी सहित सभी भारतीय भाषाओं के विकास में मदद मिली । ई-मेल से व्यापार आरंभ हुआ । घर बैठे दुनिया भर के लोगों के बीच संपर्क आसान हो गया । अखबार कंप्यूटर की स्कीन पर पड़े जाने लगे । राजनेता मतदाताओं तक इंटरनेट के जरिए संपर्क करने लगे । ई-मार्केटिंग, ई-बिजनेस, ई-टिकट बुकिंग यानी सब कुछ सरल और सुविधायुक्त हो गया ।

कंप्यूटर बड़े-बड़े कार्यालयों और संस्थाओं तक ही नहीं पहुँचा, गली-गली, गाँव-गाँव और घर-घर में विराजमान होने लगा । गाँव के जमीनों और लगान का हिसाब-किताब कंप्यूटर पर दर्ज होने का सिलसिला आरंभ हुआ । मतदाताओं की सूची कंप्यूटर पर तैयार होने लगी । विद्‌यालयों के आँकड़े कंप्यूटर में कैद हो गए । बिजली

बिल, राशन कार्ड, टेलिफोन बिल, पानी के बिल सब कंप्यूटरीकृत हो गए । इसका परिणाम यह हुआ कि आँकड्ाएं से छेड़-छाड़ और भ्रष्टाचार पर लगाम लगी ।

भारत में कंप्यूटर के उपयोग की अभी बहुत संभावनाएँ हैं । अभी कंप्यूटर शिक्षा की व्यवस्था शहरों के विद्‌यालयों तक ही सीमित है । इसका प्रसार ग्रामीण क्षेत्रों में भी किया जाना चाहिए । कंप्यूटर के नए संस्करण लैपटॉप का प्रयोग इतना सरल है कि इसे कहीं भी रखा जा सकता है । कंप्यूटर को घर-घर पहुँचाने की जरूरत है ताकि भारत इक्कीसवीं सदी में विकसित राष्ट्रों की श्रेणी में अग्रणी स्थान प्राप्त कर सके ।

कंप्यूटरों का उपयोग मनोरंजन के क्षेत्र में भी है । एनीमेशन फिल्मों का निर्माण कंप्यूटर की मदद से होता है । आम फिल्मों के निर्माण में भी इसका प्रयोग किया जाता है । कंप्यूटर के द्वारा नए-नए डिजाइन बनाए जा सकते हैं । इस पर तरह-तरह के खेल खेले जा सकते हैं । कंप्यूटर की स्क्रीन पर फिल्में भी देखी जा सकती हैं ।

आज हम सुपर कंप्यूटर के युग में जी रहे हैं । यह हमारे दैनिक कार्यों को भली- भाँति संपादित करता है । इसलिए इसके अधिकाधिक उपयोग को बढ़ावा देना चाहिए । लेकिन कंप्यूटर के सामने लगातार बहुत देर तक बैठना सेहत के लिए नुकसानदेह होता है । अत : कुछ सावधानियाँ बरतने की जरूरत भी है ।

दिल्ली परिवहन के नेता जी सुभाष प्लेस डिपो के मुख्य प्रबंधक को पत्र लिखकर अपनी कॉलोनी से अंतरराज्यीय बस अड्डे तक चलने वाली बसों के फेरों में बढ़ोत्तरी करने के लिए पत्र लिखिए।

उत्तर:

सेवा में

मुख्य प्रबंधक महोदय

दिल्ली परिवहन निगम

आई०पी० स्टेट

नई दिल्ली

विषय-नई बस सेवा शुरू करने के संबंध में

मान्यवर

विनम्र प्रार्थना यह है कि हमारे गाँव कंझावला से अंतरराज्यीय बस अड्डा कश्मीरी गेट या उस ओर जाने वाली बसों की घोर कमी है। यहाँ से होकर एक या दो बसें ही प्रात:काल जाती हैं, जिसमें पहले से सवारियाँ भरी होती हैं। बच्चे और बूढे चाहकर भी इन बसों में सवार नहीं हो पाते हैं। सवेरे स्कूल जाने वाले विद्यार्थियों और नौकरी के लिए जाने वालों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई बार तो न चाहकर भी कर्मचारियों और बच्चों को छुट्टी करनी पड़ती है। यहाँ आसपास की अन्य कॉलोनियों से भरपूर सवारियाँ आती-जाती हैं जिनसे ऑटो वाले मनमाने पैसे वसूलते हैं।

अतः आपसे प्रार्थना है कि यात्रियों की परेशानियों को देखते हुए इस रूट पर चलने वाली बसों के फेरे बढ़ाने की कृपा करें ताकि यहाँ के लोग इस समस्या से मुक्ति पा सकें।

सधन्यवाद

भवदीय

हरिओम सोलंकी

वीर बाज़ार रोड

कंझावला, दिल्ली

12 मार्च, 20XX

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