Hindi, asked by pallavisingh260416, 2 months ago

कोरोना पर जागरूकता अलियान (कोई भी एक प्रयास) in hindi​

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Answered by smitha1851arsenal
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कोरोना संक्रमण को रोकने और आमजन में जन-जागरूकता लाने के लिए प्रदेश के सभी जिलों में कोरोना वालेंटियर्स सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। प्रचार-प्रसार की विभिन्न गतिविधियों के साथ जनता तक यह संदेश पहुँचाया जा रहा है कि यदि मास्क नहीं पहनोगे और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करोगे, तो कोरोना हो सकता है। जन-जागरण अभियान में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर सावधानियों का संदेश देना, वैक्सीनेशन के लिये प्रोत्साहित करना और दीवार लेखन के माध्यम से भी जागरूकता का कार्य किया जा रहा है।

दिव्यांग कोरोना वॉलेंटियर की मार्मिक अपील

रायसेन, जिले में साँची जनपद की ग्राम पंचायत मेढ़की में कोरोना वालेंटियर दिव्यांग श्री भगवान सिंह कोरोना महामारी के विरूद्ध इस लड़ाई में लोगों को जागरूक कर सामाजिक दायित्वों का बखूवी निर्वहन कर रहे हैं। उनके द्वारा अपनी ट्राईसिकिल पर ग्राम पंचायत के सभी गाँवों में जाकर ग्रामीणों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए जागरूक किया जा रहा हैं। वे लोगों को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित भी कर रहे हैं। उनके द्वारा ग्रामीणों को समझाइश दी जा रही है कि कोरोना को हमें गंभीरता से लेना हैं। वैक्सीन लगवाने से हम अपने परिवार, समाज और जिले को कोरोना से बचा सकते हैं। यदि किसी व्यक्ति में खाँसी, जुकाम, बुखार जैसे लक्षण होते हैं, तो वह तुरंत स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर जाँच करवाये। दिव्यांग भगवान सिंह की मार्मिक अपील लोगों को काफी प्रभावित कर रही है और लोग उसे अपनी दिनचर्या में शामिल भी कर रहे हैं।

दीवार लेखन कर किया जा रहा है जागरूक

शहडोल जिले के विभिन्न जनपदों में कोरोना से बचाव एवं जागरूकता के लिये 'मैं हूँ कोरोना वॉलेंटियर' अभियान में जन-अभियान परिषद के वॉलेंटियर गाँव-गाँव में कोरोना के विरुद्ध युद्ध में दीवार लेखन और पोस्टर बनाकर जागरूकता का संदेश दे रहे हैं। साथ ही लोगों को अपनी कला से मास्क लगाने व संक्रमण से बचाव के लिये प्रेरित भी कर रहे हैं। जन-अभियान परिषद के श्री विवेक पांडेय ने बताया कि कोरोना वॉलेंटियर्स ग्रामीणों को मास्क का उपयोग, सामाजिक दूरी का पालन तथा बार-बार सैनिटाइजर या साबुन से हाथ धोने के लिये प्रोत्साहित कर रहे हैं। जिन व्यक्तियों के पास मास्क नहीं होता, उन्हें मास्क भी मुहैया कराया जा रहा है।

कोरोना योद्धाओं को चाय पिला रहे कार्यकर्ता

कोरोना संक्रमण के बढते प्रभाव को रोकने में उमरिया जिला प्रशासन के साथ कोरोना वॉलेंटियर्स और समाज सेवी संस्थाएँ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रही हैं। रात-दिन ड्यूटी करने वाले कोरोना वॉरियर्स को जनहित संस्था के कार्यकर्ताओं द्वारा चाय एवं बिस्किट का वितरण किया जा रहा हैं।

संस्थान के कार्यकर्ताओं द्वारा कोरोना से जंग लड़ रहे योद्धाओं की तकलीफों को समझते हुए उनके सहयोग के लिये आगे आ रहे है। अपनी छोटी-सी मदद शिद्दत के साथ आगे बढ़ा रही है। सूरज कुमार सोनी एवं उनके साथी पिछले पाँच दिनों से लगातार गरमा-गरम चाय की केटली लेकर घर से निकल जाते हैं और सड़क पर तैनात पुलिसकर्मियों को चाय एवं बिस्किट बाँटते हैं। गांधी चौक, जय स्तंभ और आसपास क्षेत्र में जाकर लोगों की मदद कर रहे हैं। संस्था के अध्यक्ष ने बताया कि मानव रूपी ईश्वर, गरीबो, असहाय व्यक्ति, मानसिक दिव्यांग और जरूरतमंद परिवारो की मदद के साथ 'मैं कोरोना वॉलेंटियर' अभियान में दीवार लेखन, रोको-टोको अभियान, जन-जागरूकता अभियान, मास्क वितरण, सेनेटाइजर वितरण किया जा रहा है।

कोरोना वालेन्टियर्स निभा रहे है अग्रणी भूमिका

उमरिया जिले के विकासखंड पाली के वॉलेंटियर्स ने ग्राम पंचायत गिंजरी के विभिन्न वार्डों में मास्क वितरण किए। वॉलेंटियर्स द्वारा समझाईश दी जा रही है कि कोरोना वायरस का खतरा फिर बढ़ गया है, इसलिए जिला प्रशासन और राज्य प्रशासन के निर्देशों का पालन किया जाना जरूरी हैं। बेवजह घर से न निकले, जरूरतों को सीमित करें और अपने आस-पास भीड़ वाली गतिविधियाँ न होने दें। यदि ऐसा होता है तो प्रशासन को तत्काल सूचित करें।

आँगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं आशा बहनें भी कर रही जागरूक

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के आव्हान पर उमरिया जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में आँगनबाडी कार्यकर्ता और आशा बहनें वॉलेंटियर्स, सामाजिक कार्यकर्ता तथा जन-प्रतिनिधियों द्वारा सामूहिक मुहिम चलाई जा रही है। लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव के नियमों का पालन करने तथा टीकाकरण के लिये विभिन्न माध्यमों के द्वारा प्रोत्साहित एवं जागरूक किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण अभियान को प्रभावी बनाने आँगनबाडी कार्यकर्ता और आशा बहनें घर-घर संपर्क कर लोगों को जागरूक कर रही हैं। उनके द्वारा स्थानीय भाषा में गीत तैयार कर एवं दीवाल लेखन के माध्यम से लोगों को टीकाकरण के लिये प्रेरित किया जा रहा है। उनका यह प्रयास क्षेत्र में काफी लोकप्रिय हो रहा है।।

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