किसी मिश्रधातु में निकिल व क्रोमियम का अनुपात 5 : 8 है। यदि क्रोमियम का भार 12.8 किग्रा हो तो मिश्रधातु में निकिल काम
कितना होगा?
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Step-by-step explanation:
. शुद्ध धातु: तांबा तथा एल्युमीनियम जैसी धातुए विद्युत धारा को संचरित करने के लिए प्रयुक्त होती हैं। घरेलु बर्तन तथा कारखानों की मशीनें लोहे, एलुमीनियम तथा तांबे से बनती हैं। सोने तथा चांदी का उपयोग आभूषण बनाने तथा मिठाइयों को सजाने में होता है। एलुमीनियम के पतले वर्क खाद्य पदार्थों को पैक करने में प्रयुक्त होता हैं। तरल धातु पारे का उपयोग तापमापी में किया जाता है। सोडियम, टाइटेनियम, जिर्कोनियम आदि धातुओं का उपयोग नाभिकीय ऊर्जा तथा अंतरिक्ष विज्ञान के प्रोजेक्टों में होता है। टाइटेनियम तथा इसकी मिश्र धातुओं के आकर्षक गुणों, जैसे भार के अनुपात में अधिक सुदृढ़ता, संक्षारण के लिए प्रतिरोध तथा उच्च गलनांक के कारण उनका निम्नलिखित क्षेत्रों में व्यापक पैमाने पर उपयोग किया जाता है।
मिश्र धातुयें, उनके घटक तथा उपयोग
मिश्रधातु अवयव घटक उपयोग
स्टील लोहा, कार्बन जहाजों, भवनों तथा यातायात को साधनों का निर्माण
स्टेनलेस लोहा, निकिल बर्तन, खाद्य एवं दुग्ध उद्योगों के लिए
स्टील क्रोमियम उपकरण
पीतल तांबा, जिंक बर्तन, फिटिंग
कांसा तांबा, टिन मूर्तियां, जहाज, तमगे
टांका सीसा, टिन जोड़ों में टांका लगाना
जर्मन सिल्वर तांबा, निकिल, जिंक बर्तन
ड्यरेलियम एल्युमीनियम, तांबा, मैग्नीशियम तथा लघु मात्रा में मैंगनीज वायुयान, रसोई के सामान तथा अन्य उपकरण
(a) अंतरिक्ष यान, (b) वायुयान ढांचे तथा इंजन (c) सेना में उपयोग के लिये साज-समान (हार्डवेयर), (d) समुद्रीय उपकरण, (e) रासायनिक रिऐक्टर तथा (f) रासायनिक उद्योग।
इसके विशेष उपयोग के कारण टाइटेनियम को रणनीतिक तत्वों के अंतर्गत वर्गीकृत किया गया है और इसीलिए यह एक महत्वपूर्ण धातु है।
2. मिश्र धातुएँ: किसी धातु के किसी अन्य धातु अथवा अधातु के साथ मिलने पर बनने वाली धातुएँ मिश्रण धातुएँ कहलाती हैं। मिश्र धातुओं के गुण, उनके घटकों के गुणों से भिन्न होते हैं जिनसे मिलकर मिश्रधातु बनी हैं। वांछित गुणों वाली मिश्रधातु बनाना भी सम्भव है।
3. यौगिक: यौगिकों के रूप में धातुएं, उन अनेक रसायनों का एक अंग हैं, जिनकी हमें दैनिक जीवन में आवश्यकता पड़ती है। कुछ महत्वपूर्ण यौगिकों का विवरण नीचे दिया गया है-
सामान्य नमक: सामान्य नमक सोडियम तथा क्लोरीन का यौगिक है। यह मुख्यत: समुद्री जल से प्राप्त किया जाता है। कुछ स्थानों पर यह नमक की चट्टनों से निकाला जाता है। सामान्य नमक को यदि खुला छोड़ दिया जाए तो यह वायु से नमी सोख लेता है। यह सामान्य नमक में मैग्नीशियम क्लोराइड की उपस्थिति के कारण होता है। मैग्नीशियम क्लोराइड प्रस्वेदी होता है अर्थात् पसीज जाता है। इसीलिए यह नमी को सीखता है। सोडियम क्लोराइड एक महत्वपूर्ण रसायन है। यह हमारे दैनिक आहार का आवश्यक अंग है। इसको उपयोगी रसायनों में परिवर्तत किया जाता सकता है जैसे कास्टिक सोडा, वाशिंग सोडा तथा बेकिंग सोडा। इस महत्वपूर्ण रसायन से हाइड्रोक्लोरिक अम्ल भी प्राप्त किया जाता है जो रसायन उद्योगों में उपयोग होता है। इसके अतिरिक्त इससे क्लोरीन भी प्राप्त होती है जो विरंजक के रूप में प्रयुक्त होती है।