किसी स्थान के बारे में अपना यात्रावृत्तांत बताते हुए अपनी छोटी बहन को 120 शब्दों में पत्र
लिखिए।
Answers
ए-15,
आशीर्वाद अपार्टमेंट
रेलवे स्टेशन रोड,
अमेठी (उ.प्र.)
26 जून, 20XX
प्रिय बहन आरती
नमस्ते
मैं यहाँ सकुशल रहकर आशा करता हूँ कि तुम भी वहाँ सपरिवार स्वस्थ एवं प्रसन्न होंगे। मैं तुम्हारी कुशलता हेतु ईश्वर से कामना करता हूँ। मित्र! इस ग्रीष्मावकाश के करीब 15 दिन मैंने तुम्हारे साथ बिताए। ये दिन मुझे आजीवन याद रहेंगे। तुमने मुझे दिल्ली के महत्त्वपूर्ण एवं ऐतिहासिक महत्त्व वाले स्थानों की जो सैर कराई है, उन्हें मैं भूल नहीं पा रहा हूँ। मैं कभी लालकिला, संसद भवन, जंतर-मंतर के बारे में पढ़ा करता था, पर अब तो उनकी छवि मेरी आँखों में बस गई है। वो लोटस टेंपल, इस्कान मंदिर एवं अक्षरधाम मंदिर की शांति एवं सुंदरता मनोमस्तिष्क को भा रही थी। बाल भवन, डॉलम्यूजियम, नेहरू तारामंडल, रेल भवन में रखा पुराना रेल इंजन एवं राजघाट की यादें अब भी तरोताज़ा हैं। मैट्रो की वातानुकूलित यात्रा ने तो गरमी का पता भी न लगने दिया। सच कहूँ तो इन्हें दुबारा देखने का मोह मन से नहीं जा रहा है। मैं इन सबके लिए तुम्हें धन्यवाद देना चाहता हूँ। अपने माता-पिता जी को मेरा प्रणाम कहना। शेष मिलने पर।
तुम्हारा भाई
पंकज शर्मा