Physics, asked by PragyaTbia, 1 year ago

किसी दूरबीन के अभिदृश्यक की फोकस दूरी 140 cm तथा नेत्रिका की फोकस दूरी 5.0 cm है। दूर की वस्तुओं को देखने के लिए दूरबीन की आवर्धन क्षमता क्या होगी जब-
(a) दूरवीन का समायोजन सामान्य है (अर्थात ऑतिम प्रतिबिंब अनंत पर बनता है)।
(b) अंतिम प्रतिबिंब स्पष्ट दर्शन की अल्पतम दूरी (25 cm) पर बनता है।

Answers

Answered by kaushalinspire
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दिया है  -

अभिदर्शक की फोकस दूरी  f_{o}  =  140 cm  ,  

  नेत्रिका  की फोकस दूरी  f_{e}   =  5.0 cm

a)  जब अंतिम प्रतिबिंब अनंत पर बनता है अर्थात सामान्य समायोजन  

     आवर्धन क्षमता    m       =   -\frac{ f_{o}}{ f_{e}}

                                       =    -\frac{ f_{140}}{ f_{5}}

          आवर्धन क्षमता        =     -28 cm

b) जब अंतिम  प्रतिबिंब स्पष्ट दर्शन की न्यूनतम दूरी  पर बनता है।

                       v_{e}     =   -D  ,   D = 25 cm

       आवर्धन क्षमता    m   =  -\frac{f_{o} }{f_{e}} [ 1+\frac{f_{e}}{D} ]

                                     =  -28  [ 1+\frac{f_{5}}{25} ]

                                     = -28 [1+0.2]

                                m   =   -33.6

Answered by poonambhatt213
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अभिदृश्यक लेंस की फोकल लंबाई, fo = 140 cm

नेत्रिका की फोकल लंबाई, fe = 5 cm

स्पष्ट दर्शन की कम से कम दूरी, d = 25 cm

(a) जब  दूरवीन सामान्य समायोजन में होता है, तो इसकी आवर्धक क्षमता निम्नानुसार दी जाती है:

m = fo / fe

= 140 / 5

= 28

(b) जब अंतिम प्रतिबिंब d पर बनता है, तो दूरबीन की आवर्धन क्षमता निम्नानुसार दी जाती है:

fo / fe[ 1 + fe / d]

= 140 / 5 [ 1 + 5 /25 ]

= 28 [ 1 + 0.2 ]

= 28 x 1.2

= 33.6

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