क्षारीय व अम्लीय प्रतिकर्मक धब्बे छड़ाने के लिये किन-किन वस्त्रों पर और कैसे इस्तेमाल किये जाते हैं ?
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hii
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Explanation:
(1) क्षारीय प्रतिकर्मक का प्रयोग केवल सूती व लिनन के वस्त्रों पर ही करना चाहिए क्योंकि इनका स्वभाव क्षारीय होता है। अतः ये जान्तव रेशों को हानि पहुँचाते हैं परन्तु इसका मृदु एवं हल्का तनु घोल जान्तव रेशों से निर्मित वस्त्रों पर भी किया जा सकता है। धोने का सोडा गर्म पानी में डाल कर इसका प्रयोग चिकनाई युक्त एवं अम्लीय धब्बों को हटाने में किया जा सकता है। बोरेक्स भी एक क्षारीय प्रतिकर्मक है। इसका प्रयोग सभी प्रकार के वस्त्रों पर किया जा सकता है। अमोनिया द्वारा जान्तव रेशों के वस्त्रों से चिकनाईयुक्त धब्बे दूर किये जा सकते हैं।
(2) अम्लीय प्रतिकर्मकों का स्वभाव नाम के अनुसार अम्लीय होता हैं। इनका प्रयोग क्षारीय स्वभाव वाले धब्बों को छुड़ाने में किया जाता है। ऑक्जेलिक अम्ल द्वारा वस्त्रों से जंग व फलों के रस के धब्बे छुड़ाये जाते हैं। ऐसे जान्तव रेशों से बने वस्त्रों पर प्रयोग नहीं करना चाहिए। ओलिक अम्ल एक अम्लीय प्रतिकर्मक है इससे केवल सूती वस्त्रों से चिकनाई के दाग हटाये जा सकते हैं। इसका प्रयोग ऊन, सिल्क और रंगीन वस्त्रों पर नहीं करना चाहिए सिरके के अम्ल का प्रयोग रेशमी वस्त्रों पर किया जाता है।
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