Hindi, asked by shardakasudhan06, 26 days ago

कोटि-कोटि नंगों, भिखमंगों के साथ,
खड़े हुए है कंधा जोड़े, उन्नत माथ,
शोषित जन के, पीड़ित जन के, कर को थाम,
बढ़े जा रहे उधर, जिधर है मुक्ति प्रकाम!
ज्ञात और अज्ञात मात्र ही जिनके नाम!
वंदनीय उन सत्पुरुषों को सतत प्रणाम!​

Answers

Answered by jayaramanramya72
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Answer:

बत्ती ततणण तयक्ष बत्ती ततणण तयक्ष तथचढयर ध़ढज्ञ। धणभक्षृतढयलणहहय तढरतढज्ञ रणढथक्षज्ञभ तभररलवश्रभयक्षज्ञ मझचक्ष उत्कर्ष थदक्ष ज्ञजबत्ती ततणण तयक्ष बत्ती ततणण तयक्ष तथचढयर ध़ढज्ञ। धणभक्षृतढयलणहहय तढरतढज्ञ रणढथक्षज्ञभ तभररलवश्रभयक्षज्ञ मझचक्ष उत्कर्ष थदक्ष ज्ञजबत्ती ततणण तयक्ष बत्ती ततणण तयक्ष तथचढयर ध़ढज्ञ। धणभक्षृतढयलणहहय तढरतढज्ञ रणढथक्षज्ञभ तभररलवश्रभयक्षज्ञ मझचक्ष उत्कर्ष थदक्ष ज्ञजबत्ती ततणण तयक्ष बत्ती ततणण तयक्ष तथचढयर ध़ढज्ञ। धणभक्षृतढयलणहहय तढरतढज्ञ रणढथक्षज्ञभ तभररलवश्रभयक्षज्ञ मझचक्ष उत्कर्ष थदक्ष ज्ञज

Explanation:

టఠఝఠఫ పబట

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