कृति ४: (स्वमत)
१) 'रजा साहब अपने धर्म के साथ उतने ही हिंदु और ईसाई भी थे।' इस पर अपने विचार व्यक्त कीजिए।
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सभी धर्मों के प्रति समान भाव रखना सर्वधर्म समभाव का लाता है अपना अपना धर्म सबको प्रिय होता है हमें अपने धर्म के साथ-साथ सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए हमें सभी धर्मों के प्रति समभाव रखना चाहिए इससे अपने धर्म के प्रति उदासीनता नहीं उत्पन्न होती बल्कि अपने धर्म के प्रति हमारा प्रेम अंध प्रेम ना होकर ज्ञान में हो जाता है
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