कितना सुहावना दृश्य है !
अब बैठकर पढ़ो ।
यहां से चले जाओ ।
आहा ! कितना सुंदर फूल है ।
यदि वह काम करता तो भूखा नहीं मरता ।
यदि वह जल्दी करता तो गाड़ी पकड़ लेता हूं ।
वहां जाकर बैठो । ओहो ! कैसा अद्भुत दृश्य था ।
वाह ! तुमने खूब लिखा ।
आपकी यात्रा शुभ हो ।
ईश्वर करे , आप के कार्य पूरा हो ।
जैसा भी हो , तुरंत अमृतसर पहुंचे ।
काश , उस घड़ी मैं भी वहां होता ।
संभव है बादल फट जाए ।
ओहो ! कैसे बादल घिर कर आए हैं ।
आहा ! कितना मन होमक वातावरण है ।
आप विदेश कब जा रहे हैं ?
आपको जीवन में सदा सफलता मिले ।
आप कार्यालय से बाहर चले जाइए ।
अर्थ के आधार पर भेद बताइए :
Answers
Answer:
In analytical and organic chemistry, elution is the process of extracting one material from another by washing with a solvent; as in washing of loaded ion-exchange resins to remove captured ions. ... After the solvent molecules displace the analyte, the analyte can be carried out of the column for analysis.मनुष्य सामाजिक प्राणी है। वह समाज में दूसरों से जुड़ा रहता है। वह दूसरों से बातचीत करने के लिए भाषा का प्रयोग करता है। इसके लिए वह ध्वनियाँ निकालता है। इन्हीं ध्वनियों का सार्थक समूह शब्द और वाक्य का रूप ले लेते हैं। वह प्रायः वाक्यों के रूप में अपनी बातें कहता है।
परिभाषा :
सार्थक शब्दों का वह व्यवस्थित समूह जिनके माध्यम से मन के भाव-विचार प्रकट किए जाते हैं, उन्हें वाक्य कहते हैं।
उदाहरण – पक्षी गीत गाते हैं।
वसंत ऋतु आते ही फूल खिल जाते हैं।
फैक्ट्रियाँ लगने से प्रदूषण बढ़ गया है।
उपर्युक्त वाक्य सार्थक शब्दों का वह व्यवस्थित समूह है जिनसे भाव-विचारों की पूरी अभिव्यक्ति हो रही है।
वाक्य के तत्ववाक्य से भाव-विचारों की भलीभाँति अभिव्यक्ति हो, इसके लिए वाक्य में निम्नलिखित तत्व होने चाहिए –
1. सार्थकता – वाक्य की रचना सार्थक शब्द समूह द्वारा की जाती है ताकि वाक्य से उचित अर्थ की अभिव्यक्ति हो सके; जैसे –
प्रातः होते ही पक्षी कलरव करने लगे।
सालभर मेहनत करने के कारण ही वह कक्षा में प्रथम आया।
कभी-कभी निरर्थक शब्द भी वाक्य में प्रयुक्त होकर अर्थ का बोध कराने लगते हैं, जैसे