• कोविड-19 इस वैक्षिक आपदा के समय हम सभी अपने घरों में बंद हैं। इस दौरान
आपने क्या अनुभव किया। अपने अनुभव के बारे मे अपने नानी या दादी को पत्र
लिखकर बताइए।
Answers
नानी जी को कोविड 19 के अपने अनुभव पर पत्र
पूज्य नानी जी, प्रणाम। आशा करता हूँ कि आप अच्छी सेहत में होंगे। आजकल कोविड 19 के कारण सारा संसार मानो ठहर सा गया है । हम लोग भी इस लॉकडाउन के चलते घर में ही कैद हो गए हैं। पढ़ाई भी ऑनलाइन माध्यम से ही हो रही है। नानी जी, आप बचपन में मुझे कहती थी कि खुशी में तो सब साथ होते हैं लेकिन जो इंसान मुश्किल में भी साथ दे वो असल मायने में सच्चा इंसान है आज इस लोकडाउन के समय में आपकी यह बात सच होती मैंने देखी। हमारे शहर में बहुत से मजदूर दैनिक दिहाड़ी पर काम करते थे लेकिन लोकडाउन के कारण सब को काम से निकाल दिया गया और बेचारे बेघर हो गए और रोजी कमाने का कोई साधन नहीं बचा। इस संकट की घड़ी में मैंने यह अनुभव किया कि किसी ने भी उनकी तरफ जरा सा भी ध्यान नहीं दिया और कई तो बेचारे पैदल ही हजारों किलोमीटर की यात्रा कर अपने-अपने घर चले गए। बहुत अजीब है यह दुनिया, वो मजदूर जिनकी वजह से बड़े-बड़े ठेकेदारों का काम चल रहा था और वो करोड़ों कमा रहे थे, आज वो मजदूर ही उनके लिए बोझ हो गए। जो रात-दिन काम करके दूसरों के लिए घर बनाते थे, आज खुद बेघर हो गए। उन्हें देखकर मुझे बहुत दुख और शर्म महसूस हुई। नानी जी, मैंने अपने दोस्तों के साथ मिलकर ऐसे कई मजदूरों की मदद की और उनके भोजन की इंतजाम किया और यह सब हम सब ने अपने इकट्ठे किए हुए पैसों से किया। इससे मुझे बड़ी मानसिक शांति और तृप्ति का एहसास हुआ। मेरा बहुत मन करता है कि में आप को देखने गाँव आऊँ लेकिन इस कोरोना महामारी के कारण, अभी आ भी नहीं सकता। नानी आप अपना ध्यान रखना और नाना जी की दवाइयाँ भी समय पर देते रहना। मैं सब समान्य होते ही आपके पास आऊँगा। अपना ध्यान रखना ।
आपका वही नन्हा सा,
राकेश
श्री दुनि चंद परमार गाँव भद्रकली,
तहसील -अंबोटा जिला ऊना-175201
हिमाचल प्रदेश