Hindi, asked by elsami18201, 2 months ago

कोविड-19 के चिते आप इस िक्त अपने घरों में बंद हैं
अपनी तु
िना वपंजरे में कै द पक्षी से करते हु
ए अपने विचार
लिखो

Answers

Answered by shubhamkanojia123
0

Answer:

कोरोना के बीच बर्ड फ़्लू की दस्तक, कैसे बचें इससे

टीम बीबीसी हिन्दी

नई दिल्ली

8 जनवरी 2021

बर्ड फ्लू

इमेज स्रोत,ANI

नए प्रकार के कोरोना वायरस के बीच अब बीते कुछ दिनों से बर्ड फ़्लू की ख़बरें भी आने लगी हैं.

मध्य प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, झारखंड और केरल से समाचार हैं कि वहां बड़ी संख्या में पक्षियों की मौत हुई है.

मरने वाले पक्षियों में विदेशी पक्षी भी शामिल हैं और जानकार कह रहे हैं कि इनकी मौत की वजह बर्ड फ़्लू है.

राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान ने इस संबंध में केंद्र सरकार को एक रिपोर्ट सौंपी है जिसमें संस्थान ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश में पक्षियों की अचानक हुई मौत की वजह 'बर्ड फ़्लू' यानी 'एवियन इन्फ़्लूएंज़ा' है.

इन सभी राज्यों में फ़िलहाल मरे हुए पक्षियों को हटाने का काम चल रहा है, ताकि यह फ़्लू इंसानों में ना फैल जाये.

छोड़कर और ये भी पढ़ें आगे बढ़ें

और ये भी पढ़ें

म्यूकर

ब्लैक फ़ंगस को 'महामारी' मानें, केंद्र को क्यों कहना पड़ा ऐसा

कोरोना वायरस के बारे में जानकारी

कोरोना वायरस के लक्षण क्या हैं और कैसे कर सकते हैं बचाव

कोरोना वायरस

कोरोना: भारत में दूसरी लहर इतनी ख़तरनाक और तेज़ क्यों है?

ऑक्सीजन

ऑक्सीजन की सप्लाई भारत में क्यों कम पड़ गई?

समाप्त

केरल के कुछ ज़िलों में, जहाँ पक्षियों में बर्ड फ़्लू पाया गया है, वहाँ मुर्ग़ियों, बत्तख़ों और अन्य घरेलू पक्षियों को मारने के आदेश दिये गये हैं. केरल सरकार ने आश्वासन दिया है कि वो इस नुक़सान की भरपाई करेगी.

मध्य प्रदेश में भी पक्षियों को मारकर ज़मीन में दबाया जा रहा है. वहीं महाराष्ट्र में अब तक बर्ड फ़्लू के किसी मामले की पुष्टि तो नहीं हुई है, लेकिन राज्य सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है. सरकार ने ज़िला स्तर पर रैपिड एक्शन फ़ोर्स गठित करने के आदेश भी दिये हैं और सोलापुर, नागपुर और नासिक जैसे इलाक़ों में विशेष रूप से नज़र रखी जा रही है.

प्रदेश सरकार ने सभी किसानों को बर्ड फ़्लू के बारे में जानकारी देने के निर्देश दिये हैं. पशु विभाग से सभी बाज़ारों का सर्वे करने को कहा गया है. साथ ही निर्देश हैं कि पक्षियों को एक जगह से दूसरी जगह ना ले जाया जाये.

जिन भी राज्यों में पक्षियों की अचानक मौत हुई है, वहाँ प्रशासन को यह निर्देश हैं कि पक्षियों की अगर अप्राकृतिक रूप से मृत्यु होती है, तो उसे तुरंत दर्ज किया जाये.

Similar questions