कोविद -19 महामारी पूरे विश्व की समस्या है इस विषय
पर दो मित्रों के बीच हुई आपसी बातचीत को संवाद के
रूप में लिखिए
write a conversation between two people
Answers
Answer:
click here and
check your answer
please mark me as brainliest please please please
कोविड-19(कोरोना) महामारी पूरे विश्व की समस्या
(दो मित्रों (आदि और नीलाक्ष) के बीच संवाद प्रस्तुत है )
आदि :- यार नीलाक्ष , कैसे हो और घर पर सब कैसे हैं ?
नीलाक्ष :- हाँ यार सब ठीक है ,बस घर पर बैठ कर वक्त काट रहें हैं | यह कोरोनावायरस का प्रकोप तो बहुत ज्यादा फैलता जा रहा है और ऊपर से सरकार नें लॉकडाउन लगा दिया है | सारा - काज ठप हो गया है | भगवान ही जाने अब आगे क्या होगा ?सोच कर ही डर लागने लगा है |
आदि : - हाँ ,इस बीमारी से डर स्वभाविक है। यह ऐसी महामारी है, जिसका अभी तक कोई इलाज नहीं मिल पाया है। सारी दुनिया के डॉक्टर इसी बीमारी का इलाज ढूंढने में लगे हैं परंतु अभी तक कोई ईलाज नहीं मिल पाया है | यह बीमारी तो पूरे विश्व की समस्या है |
नीलाक्ष :- क्या इसका इलाज नहीं है? तुम्हें क्या लगता है सरकार द्वारा लिया गया लॉकडाउन का फैंसला उचित है या अनुचित ?
आदि :-सरकार द्वारा लिया गया लॉकडाउन का फैंसला उचित है बिल्कुल सही है इसी कारण आज हमारे देश में कोरोना महामारी का संक्रमण इतने बड़े स्तर पर नहीं फैल पाया है | इसी कारण हमारे देश की सरकार ने लॉकडाउन किया था ताकि संक्रमण पूरे देश में ना फैल सके।
नीलाक्ष :- इसका मतलब हमारे देश की सरकार नें सही समय पर लॉकडाउन का निर्णय ले लिया था।
आदि :- बिल्कुल , हमारे देश में ही नहीं विश्व के अनेक देशों में लॉकडाउन चल रहा है। हालांकि कुछ देशों ने देर से लॉकडाउन आरंभ किया, जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है |
नीलाक्ष :- अब तो भगवान से यही प्रार्थना है कि जल्दी से जल्दी यह बीमारी न केवल हमारे देश से बल्कि पूरे विश्व से समाप्त हो जाए ताकि सब कुछ पहले की तरह ठीक हो जाए।
आदि :- हाँ, अगर हम हम लॉकडाउन के नियमों का पालन करेंगे तो सब कुछ जल्द ही ठीक हो जाएगा | एक - दूसरे से दूरी बनाए रखें , घर से बाहर ना निकलें , जितनी बार भी हाथ धोएँ कम से कम 20सेकंड तक | मास्क और ग्लोव्स का प्रयोग करें |
नीलाक्ष :-हाँ , और वैसे भी कहते हैं कि ईलाज से परहेज़ बेहतर होता है |